मथुरा : आज हम बात कर रहे हैं मथुरा जिले के बलदेव विधानसभा सीट से भाजपा विधायक पूरन प्रकाश की. पूरन प्रकाश के घर के 12 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आ गई थी. विधायक पूरन प्रकाश कहते हैं कि उनके अलावा उनकी पत्नी, भाई और उनकी पत्नी, दो बेटे, दो पुत्रवधू, बेटी और दो नाती के अलावा परिवार का एक अन्य सदस्य भी कोरोना संक्रमित था. उन दिनों को याद करते हुए पूरन प्रकाश कहते हैं कि उनके परिवार ने महामारी के कहर को देखा है. परिवार में जब लोगों के संक्रमण की बात पता चली तो पहले तो बहुत डर लगा. लेकिन, फिर हिम्मत से काम लेने का फैसला किया. लक्षण को देखकर फिलहाल अस्पताल में भर्ती होने की नौबत नहीं आई थी. उन्होंने फैसला किया कि घर पर रहकर परिवार के लोगों को होम आइसोलेट कर दिया जाए. और फिर घर के सभी लोग एक-एक कमरे में रहने लगे.
दवा और आत्मविश्वास से कोरोना को शिकस्त
इस वक्त सबसे बड़ी जरुरत थी हिम्मत यानि आत्मविश्वास बनाए रखने की. ऐसे में विधायक पूरन प्रकाश के परिवार के सदस्यों ने एक दूसरे का भरपूर साथ दिया. सभी एक दूसरे का हौसला बढ़ाते रहे. तीन मंजिला घर होने की वजह से होम आइसोलेट होने में भी किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हुई. समय पर डॉक्टर की तरफ से बताई गईं दवाईयां सभी खाते रहे. खाने-पीने का विशेष ध्यान रखा, ताकि इम्यूनिटी कमजोर ना हो और ना ही कमजोरी हावी हो.
छिपाना नहीं, इलाज कराना
करीब 14 दिनों के बाद वह वक्त भी आ गया जब परिवार के लोग एक-एक निगेटिव होने लगे. परिवार के सभी सदस्यों की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी थी. विधायक पूरन प्रकाश उन दिनों को याद करते हुए कहते हैं कि कोरोना का कोई भी लक्षण होने पर उसे छिपाना नहीं चाहिए, बल्कि उसकी जांच करानी चाहिए और पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर तुरंत उसका इलाज शुरू कर देना चाहिए. समय पर इलाज और आत्मविश्वास के साथ कोरोना को मात देना भी मुश्किल काम नहीं है. जीतेंगे हम, हारेगा कोरोना.
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