मथुरा: जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर खींचतान जारी है. जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष कुर्सी काफी अहम मानी जाती है, क्योंकि जनपद में विकास कार्य और हर साल करोड़ों सैलानियों मंदिरों के दर्शन करने के लिए आते हैं और विकास कार्य का खाका तैयार किया जाता है. अध्यक्ष बनाने को लेकर बीजेपी सांसद हेमा मालिनी, कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण अपने क्षेत्र में डटे हुए हैं. जिला पंचायत चुनाव में बीजेपी के आठ, आरएलडी के आठ, बीएसपी के 13, सपा एक, तीन निर्दलीय प्रत्याशी जीते थे. सपा ने राष्ट्रीय लोकदल को समर्थन दिया, तो वहीं बीएसपी के जीते हुए जिला पंचायत सदस्य को अपनी ओर खींचने में लगे हैं.
नामांकन के बाद दो पार्टी मैदान में
जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर नामांकन करने के लिए दो प्रत्याशी ही मैदान में हैं. बीजेपी प्रत्याशी किशन सिंह चौधरी और आरएलडी प्रत्याशी राजेंद्र सिंह सिकरवार अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं. जबकि दोनों प्रत्याशियों के पास अध्यक्ष बनाने के लिए जिला पंचायत सदस्य का समर्थन काफी दूर है. दोनों पार्टी के वरिष्ठ नेता जीते हुए जिला पंचायत सदस्यों को अपनी और खींचने में लगे हुए हैं.
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को दी जिम्मेदारी
जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने के लिए सांसद हेमा मालिनी, प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण अपने क्षेत्र में डटे हुए हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेता जिला पंचायत सदस्य जीतकर आए प्रत्याशियों को अपनी और लाने में जुटे हैं. वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय लोकदल अध्यक्ष जयंत चौधरी भी जीते हुए जिला पंचायत सदस्यों के संपर्क में है. समाजवादी पार्टी ने नामांकन के दिन ही अपना समर्थन राष्ट्रीय लोकदल को दे दिया था. जिले में एक प्रत्याशी सपा का जिला पंचायत सदस्य जीता है.
चुनावी समीकरण
जिले में 33 सीट पर जिला पंचायत सदस्यों का चुनाव हुआ था, जिसमें बीजेपी के आठ, आरएलडी के आठ, बीएसपी के 13, निर्दलीय के तीन ओर एक सपा का प्रत्याशी जिला पंचायत सदस्य जीता हैं. जिला पंचायत अध्यक्ष कुर्सी पर काबिज होने के लिए 17 सदस्यों का समर्थन जरुरी है. फिलहाल बीएसपी दो खेमे में बंटी हुई है, जानकार सूत्रों की माने तो मांट विधानसभा सीट से बीएसपी से सात बार विधायक रहे श्याम सुंदर शर्मा राष्ट्रीय लोकदल प्रत्याशी को समर्थन दे सकते हैं. क्योंकि 6 माह बाद यूपी विधानसभा चुनाव में होने है, तब ग्रामीण क्षेत्रों में समर्थन की जरूरत पड़ेगी. श्याम सुंदर शर्मा के संपर्क में बीएसपी के आठ सदस्य संपर्क में है.
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बीजेपी का आकड़ा
फिलहाल बीजेपी के पास केवल आठ जिला पंचायत सदस्य जीते हैं. बीजेपी प्रत्याशी के संपर्क में तीन निर्दलीय और बीएसपी के पांच जिला पंचायत सदस्य संपर्क में है. कुल मिलाकर संख्या 16 हुई है, बीजेपी आरएलडी के सदस्य को तोड़ने में लगी है.
दोनों प्रत्याशी जीत के कर रहे दावे
बीजेपी और आरएलडी के प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं, क्योंकि जिला पंचायत चुनाव में विपक्ष के खाते में 25 सीटें आई हैं. तो वहीं बीजेपी ने आठ सदस्य जीतकर पार्टी की साख बचाई.
आरएलडी प्रत्याशी राजेंद्र सिंह सिकरवार ने बताया कि राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए प्रत्याशी घोषित किया है. आज की डेट में 20 जिला पंचायत सदस्य हमारे संपर्क में है. अध्यक्ष राष्ट्रीय लोकदल का ही बनेगा. जिला पंचायत चुनाव में विपक्ष के खाते में 25 सीटें जीत कर आई है. चुनाव मे बीजेपी कही नहीं है. बीजेपी प्रत्याशी किशन सिंह चौधरी ने बताया जिला पंचायत अध्यक्ष बीजेपी का ही बनेगा धीरे धीरे करके जिला पंचायत सदस्य हमारे संपर्क में आ गए. अध्यक्ष बनाने के लिए आकड़ा ज्यादा दूर नहीं है.