मथुरा: वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में मंदिर प्रबंधक और सेवायत की मनमानी जोरों पर है. सिविल जज सीनियर डिविजन का आदेश मानने को तैयार नहीं है. 1 दिसंबर से मंदिर खुलने का समय परिवर्तन किया गया था. लेकिन इसके बाद भी मंदिर पुराने समय पर खोले गए और श्रद्धालुओं को दर्शन कराए गए.
दरअसल, बांके बिहारी मंदिर में हर रोज श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ती भीड़ को लेकर जिला प्रशासन और न्यायालय ने मंदिर का समय बढ़ाने का निर्णय किया था. नवंबर के माह में 11 से 12 घंटे तक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए. लेकिन परिवर्तन न्यायालय 1 दिसंबर से दर्शन के समय में परिवर्तन का आदेश दिया था. इसके बवाजूद मंदिर के सेवायत और प्रबंधक न्यायालय के आदेश को मानने के लिए तैयार नहीं है. वह पुराने समय पर ही बांके बिहारी मंदिर प्रातः 8:45 पर श्रद्धालुओं के लिए दर्शन खोले गए. जबकि मंदिर के द्वार पर सिविल जज सीनियर डिविजन के आदेश की कॉपी और मंदिर खुलने का समय नोटिस चस्पा कर दिया गया था.
इसमें साफ तौर पर प्रातः 7:30 से दोपहर 1:00 बजे तक और सांय काल में 4:00 से रात्रि 9:30 तक दर्शन करने की बात कही गई है. वहीं, गर्मी में प्रातः 7:00 बजे से दोपहर 12:30 तक और सांयकाल 5:00 से रात्रि 10:30 तक दर्शन किए जाएंगे.
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