मथुरा : पैगंबर मोहम्मद साहब (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) के जन्मदिन के मुबारक मौके पर प्रशासन द्वारा जुलूस निकालने की इजाजत ना देने से नाराज मुस्लिम समाज के लोगों ने मौन धारण कर और हाथों में काली पट्टी बांधकर विरोध जताया. मुस्लिम समाज के लोगों का कहना था कि मथुरा जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में जश्ने ईद-मिलादुन्नबी के मौके पर जगह-जगह जुलूस निकाले गए हैं, लेकिन प्रशासन ने हटधर्मी के तहत वृंदावन में जुलूस निकालने की परमीशन ना देकर व उनकी परंपरा को तोड़कर उनकी आस्था को चोट पहुंचाई है.
क्या है पूरा मामला
मंगलवार को शाही जामा मस्जिद पर एकत्रित हुए दर्जनों मुश्लिम समाज के लोगों ने अधिकारियों पर मनमानी करने का आरोप लगाकर हाथों में काली पट्टी और मौन धारण कर विरोध किया. प्रशासनिक अधिकारियों पर इबादत और जुलूसे मोहम्मदी में उपेक्षा करने पर आजाद कुरेशी ने कहा की सरकार उनका धर्म परिवर्तन करा दे, जिसके बाद वे कम से कम पूजा तो कर सकेंगे.
हमने काली पट्टी बांधकर और मौन धारण कर इसलिए विरोध किया है कि हमारे लिए आज बहुत खुशी का दिन था. आज प्रशासन ने हमारी खुशी में रंज कर दिया. हमारे द्वारा पुलिस अधिकारियों को बीती रात्रि इस संबंध में अवगत कराया गया था, लेकिन उन्होंने साफ इनकार कर दिया कि आप का जुलूस नहीं निकलेगा. आज मुसलमान के साथ छलावा हो रहा है और मुसलमान को टारगेट किया जा रहा है. मुसलमानों के किसी त्योहार को नहीं मनाने दिया जा रहा है.
आज मुसलमान महसूस कर रहा है कि उनके साथ गलत हो रहा है. प्रदेश में जो भी सरकार होती है उनका फर्ज बनता है कि वह हर धर्म की रक्षा करें, वह सुरक्षा मुहैया कराएं. अब इस तरह से मुसलमान के साथ जो छल किया गया है वह गलत है. आज इतना अच्छा दिन था, लेकिन हमें जुलूस निकालने की इजाजत नहीं दी गई. झांकियां निकली, राम बारात निकली और सारी चीजें निकली, लेकिन हमें जुलूस नहीं निकालने दिया गया. प्रशासन द्वारा केवल वृंदावन में ही जुलूस निकालने पर पाबंदी की गई है जबकि अन्य जगहों पर जुलूस निकले हैं.
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जुलूस न निकलने पर मुस्लिम समाज ने मौन व्रत रख हाथों में पट्टी बांधकर किया प्रदर्शन
प्रशासन द्वारा धर्म नगरी वृंदावन में मुस्लिम समाज को जुलूस ना निकालने पर मुस्लिम समाज के लोगों में आक्रोश व्याप्त है. जिसके चलते मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा हाथों में काली पट्टी बांधकर और मौन धारण कर प्रदर्शन किया गया. समाज के लोगों का कहना था कि अन्य जगहों पर जुलूस निकालने की अनुमति दी गई है. लेकिन धर्म नगरी वृंदावन में ही हम लोगों को जुलूस निकालने पर प्रशासन द्वारा पाबंदी लगा दी गई है, जबकि आज हमारा प्रमुख त्यौहार था हमारी खुशी का दिन था. लेकिन प्रशासन ने हमारी खुशी में खलल डाल दिया. हम सरकार से मांग करते हैं कि हमारे त्योहारों पर भी सरकार हमें सुविधाएं मुहैया कराए और हमारे त्योहारों को भी प्राथमिकताएं दी जाएं.