मथुरा : वृंदावन पहुंचे आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि मायावती जी पूरी तरह एक्सपोज हो चुकी हैं. अब उनसे किसी भी प्रकार की उम्मीद रखना बेकार है. अब हाथी की सूंड में कमल का फूल चला गया है, और यह सबको दिख रहा है. जिस तरह से उन्होंने दलित समाज के हितों का सौदा किया. हाथरस कांड पर चुप रहीं, उसके पहले लखीमपुर खीरी का कांड हो, जौनपुर का कांड हो, या फिर बलरामपुर का कांड हो. अब समझ में आ रहा है कि भारतीय जनता पार्टी के तमाम गुनाहों को छुपाने के लिए और उस पर खामोश रहने के लिए उन्होंने एक राज्यसभा सीट का सौदा किया था. उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि अब पूरा चेहरा उनका बेनकाब हो चुका है. उनसे ब्राह्मण समाज व दलित समाज के लोगों को अब कोई उम्मीद नहीं बची है.
बिहार चुनाव के बारे जब संजय सिंह से पूछा गया कि बिहार में मोदी जी ने कहा है कि विपक्ष चाहता है कि 370 फिर से लागू हो, तो इस पर उन्होंने कहा कि 370 पर वो अपना स्टैंड पार्लियामेंट के अंदर क्लियर कर दिए थे. बार-बार उसी चीज को वो कह रहे हैं. बिहार के लोगों का भला कैसे होगा, उनको नौकरी रोजगार कैसे मिलेगा, इस पर चर्चा करनी चाहिए. जो चीज आपने 370 हटा दिया उसके बारे में आप बार-बार कह कर क्या साबित करना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव में एक बदलाव के संकेत देखने को मिल रहे हैं. जिस तरह से जनता उमड़ रही है विपक्ष की सभाओं में, उससे लग रहा है कि एक बदलाव की ओर बिहार बढ़ रहा है. महंगाई के पीछे सबसे बड़ा कारण जो मौजूदा कृषि बिल आया है इस कृषि बिल में असीमित भंडारण की छूट दी गई है. यानी कि सस्ते में अनाज खरीदो और सस्ते में फल खरीदो, सस्ते में आलू खरीदो और सब्जी खरीदो और उसको असीमित भंडारण करो. बड़े-बड़े पूंजीपति ही भंडारण कर पाएंगे सामान्य किसान तो कर नहीं पाएगा. जब बाजार में उसकी कमी हो जाए तो उसे महंगे दामों पर बेचें. यानी मोदी जी का जो बिल है वह जमाखोरी, कालाबाजारी को बढ़ावा देगा. यह वो पहले दिन से ही कह रहे हैं, और इसी के लिए उन्होंने पार्लियामेंट में विरोध भी किया था. जिसके लिए उन्हें 7 दिन के लिए सस्पेंड किया गया उसकी चिंता उन्हें नहीं है.
आगे उन्होंने कहा कि वो आपसे यह कहना चाहते हैं कि जब तक यह काला कानून वापस नहीं किया जाएगा महंगाई, जमाखोरी व कालाबाजारी पर रोक नहीं लग सकती. आलू किसान को निकालने के लिए समय से पहले ही कह दिया गया, और किसान को आलू का दाम मिलता नहीं है. आज बाजार में आलू 50 रुपए किलो, प्याज 100 रुपए किलो, टमाटर 100 रुपए किलो बिक रहा है. महंगाई आसमान छू रही है. इस वजह से सरकार की नीतियां खराब हैं. 11 वर्षों में सबसे ज्यादा आलू के दाम इस साल बढ़े हैं. क्योंकि यह काला कानून पास हुआ, इसमें जमाखोरी की खुली छूट दे दी है.
इसके अलावा संजय सिंह ने कहा कि प्रदेश में इस वक्त स्मार्ट मीटर है जो जानलेवा साबित हो रहा है. जानलेवा वो इस दृष्टि से कह रहे हैं कि स्मार्ट मीटर की 30 प्रतिशत ज्यादा चलने की रिपोर्ट आ चुकी है. यानी कि 2 वर्षों में जो भी बिल जनता से लिया गया वह 30 प्रतिशत ज्यादा लिया गया है. आदित्यनाथ जी को पहले तो सारे उपभोक्ताओं से माफी मांगें. साथ ही 30 प्रतिशत बढ़े हुए बिजली के बिल जो 2 सालों में वसूले गए हैं, उसको वापस लिया जाए. साथ ही बकायेदारों की बिजली काटी जा रही है. उनके खिलाफ एफआईआर कराई जा रही है. वो इसका खुलेआम विरोध करते हैं. ऐसी तानाशाह सरकार नहीं होनी चाहिए. सस्ती बिजली, सस्ता पानी, मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी, मुफ्त चिकित्सा, मुक्त शिक्षा जनता को पाने का अधिकार है और हक है. और इसको कोई आप अपने पैसे से नहीं दोगे जनता के टैक्स के पैसे से देते हैं. उन्होंने दिल्ली में करके दिखाया है. उन्होंने योगी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि योगी जी को उपभोक्ताओं से माफी मांग कर जितना अधिक बिल वसूला गया है उन्हें ब्याज सहित वापस किया जाना चाहिए.