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मैनपुरी: शहर में केवल एक चौथाई कचरे का हो रहा निस्तारण - mainpuri nagar nigam

मैनपुरी जिले में कूड़ा निस्तारण के लिए लगा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट केवल एक चौथाई कूड़े का निस्तारण ही कर पा रहा है और बीते कई दिनों से यह प्लांट बंद भी पड़ा है. जिसके कारण डंपिंग ग्राउंड के आस-पास एक किलोमीटर तक कूड़े के ढेर लग गए हैं.

सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट केवल एक चौथाई कूड़े का निस्तारण
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट केवल एक चौथाई कूड़े का निस्तारण
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Published : Oct 30, 2020, 9:49 AM IST

मैनपुरी: जनपद को साफ सुथरा बनाए रखने के लिए शहर के बाहर कचरा डंप की व्यवस्था की गई है. जिसमें करोड़ों की लागत से मशीनें लगाई गई हैं और एक संस्था से 30 साल के लिए अनुबंध किया गया. लेकिन, शहर से निकलने वाले कूड़े के निस्तारण के लिए लगा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट केवल एक चौथाई कूड़े का निस्तारण ही कर पा रहा है. बीते कई दिनों से प्लांट बंद पड़ा है. हाल यह है कि डंपिंग ग्राउंड के आस-पास एक किलोमीटर तक कूड़े के ढेर लग गए हैं.

सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट केवल एक चौथाई कूड़े का निस्तारण
एक चौथाई कचरे का ही हो रहा निस्तारणबता दें, कि नगर पालिका 10 टन कचरे के निस्तारण की बात स्वीकार कर रहा है. मशीन के ठीक सामने कचरे से निकलने वाली पॉलिथीन का ढेर लगा है जिसमें आग लगा दी जाती है. इससे वायु प्रदूषण बढ़ रहा है वेस्ट मैनेजमेंट में लगी संस्था और स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से सालों से कचरे का खेल चल रहा है.साल 2015 में नगर पालिका क्षेत्र को साफ-सुथरा बनाए रखने के लिए शहर के बाहर ट्रांसपोर्ट नगर में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट की स्थापना कराई गई थी. यहां तीन करोड़ की लागत से निर्माण कार्य के साथ मशीनों की स्थापना कराई गई थी. 2016 में लखनऊ की संस्था एक्वार्ड हाइड्रोएयर लिमिटेड से 30 सालों का अनुबंध किया गया था. जिसमें 40 टन कचरा प्रतिदिन निस्तारित करने की बात तय हुई थी. इस संस्था ने प्लांट को लगभग बंद कर दिया है.

हालांकि नगरपालिका जहां इस बात को स्वीकार कर रहा है कि प्लांट में 40 टन के अनुबंध के स्थान पर 5 से 10 टन का ही निस्तारण किया जा रहा है. पिछले 5 दिनों से प्लांट पूरी तरह बंद है. प्लांट के आस-पास लगभग 19 किलोमीटर एरिया में कचरा फैला हुआ है. यह कचरा आस-पास मोहल्ले के लोगों के लिए परेशानी का कारण बन गया है. जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि जांच की जा रही है. दोषी पाए जाने पर निश्चित ही कार्रवाई की जाएगी.

मैनपुरी: जनपद को साफ सुथरा बनाए रखने के लिए शहर के बाहर कचरा डंप की व्यवस्था की गई है. जिसमें करोड़ों की लागत से मशीनें लगाई गई हैं और एक संस्था से 30 साल के लिए अनुबंध किया गया. लेकिन, शहर से निकलने वाले कूड़े के निस्तारण के लिए लगा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट केवल एक चौथाई कूड़े का निस्तारण ही कर पा रहा है. बीते कई दिनों से प्लांट बंद पड़ा है. हाल यह है कि डंपिंग ग्राउंड के आस-पास एक किलोमीटर तक कूड़े के ढेर लग गए हैं.

सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट केवल एक चौथाई कूड़े का निस्तारण
एक चौथाई कचरे का ही हो रहा निस्तारणबता दें, कि नगर पालिका 10 टन कचरे के निस्तारण की बात स्वीकार कर रहा है. मशीन के ठीक सामने कचरे से निकलने वाली पॉलिथीन का ढेर लगा है जिसमें आग लगा दी जाती है. इससे वायु प्रदूषण बढ़ रहा है वेस्ट मैनेजमेंट में लगी संस्था और स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से सालों से कचरे का खेल चल रहा है.साल 2015 में नगर पालिका क्षेत्र को साफ-सुथरा बनाए रखने के लिए शहर के बाहर ट्रांसपोर्ट नगर में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट की स्थापना कराई गई थी. यहां तीन करोड़ की लागत से निर्माण कार्य के साथ मशीनों की स्थापना कराई गई थी. 2016 में लखनऊ की संस्था एक्वार्ड हाइड्रोएयर लिमिटेड से 30 सालों का अनुबंध किया गया था. जिसमें 40 टन कचरा प्रतिदिन निस्तारित करने की बात तय हुई थी. इस संस्था ने प्लांट को लगभग बंद कर दिया है.

हालांकि नगरपालिका जहां इस बात को स्वीकार कर रहा है कि प्लांट में 40 टन के अनुबंध के स्थान पर 5 से 10 टन का ही निस्तारण किया जा रहा है. पिछले 5 दिनों से प्लांट पूरी तरह बंद है. प्लांट के आस-पास लगभग 19 किलोमीटर एरिया में कचरा फैला हुआ है. यह कचरा आस-पास मोहल्ले के लोगों के लिए परेशानी का कारण बन गया है. जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि जांच की जा रही है. दोषी पाए जाने पर निश्चित ही कार्रवाई की जाएगी.

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