मैनपुरी: जिले में शिक्षा विभाग में घोर लापरवाही का मामला सामने आया है. यहां दूसरे के दस्तावेजों के आधार पर शिक्षिका 21 साल से नौकरी कर रही थी. गुमनाम फोन आने पर उसके दस्तावेजों की जांच की गई. जांच में पता चला कि किसी और के सर्टिफिकेट और डिग्रियों पर शिक्षिका नौकरी कर रही है. वहीं इस मामले के सामने आने के बाद से शिक्षिका फरार है. खंड विकास अधिकारी की तहरीर पर थाना पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है.
1999 में हुई थी भर्ती
जिले में ब्लॉक घिरोर के प्राथमिक विद्यालय गुलाबपुर में 1999 में विमलेश कुमारी की शिक्षिका पद पर तैनाती हुई थी. इसके 4 साल बाद 2003 में उसका तबादला घुराई प्राथमिक विद्यालय में कर दिया गया. यहां वह प्रधानाध्यापक के रूप में तैनात हुई. तब से वह यहीं शिक्षण कार्य कर रही थी. वर्तमान में वह मैनपुरी शहर के गोपीनाथ अड्डा में रह रही थी. दस्तावेजों के मुताबिक, शिक्षिका विमलेश कुमारी मूल रूप से जनपद एटा के थाना जैथरा कस्बे के शास्त्री नगर की रहने वाली है और उसके पिता का नाम हाकिम सिंह है.
गुमनाम फोन पर हुई जांच
किसी गुमनाम व्यक्ति ने बेसिक शिक्षा अधिकारी से इस शिक्षिका के किसी और के प्रमाण पत्र पर नौकरी करने की शिकायत की. इसको विभाग ने गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच करवाई. जांच के दौरान जब मिथिलेश कुमारी के दस्तावेज और फोटो स्कूल से प्रमाणित करवाए गए तो सारा नजारा खुलकर सामने आ गया. जांच में फोटो गलत पाई गई और जो दस्तावेज विमलेश कुमारी के थे वह जनपद एटा के अमृतपुर में शिक्षिका पद पर तैनात है. जब अमृतपुर में तैनात शिक्षिका से इस मामले को लेकर पूछा गया कि फर्जी शिक्षिका विमलेश कुमारी के हाथ उनके दस्तावेज कैसे लगे और जो फर्जी शिक्षिका विमलेश कुमारी प्रधानाध्यापक पद पर तैनात है वह असल में कौन है तो वह इसकी कोई जानकारी नहीं दे पाईं.
जांच की बात जान फरार हो गई फर्जी शिक्षिका
वहीं जब फर्जी दस्तावेज मामले में जांच की भनक फर्जी शिक्षिका को लग गई तो वह फरार हो गई. इस मामले में विभाग ने खंड विकास अधिकारी के माध्यम से फर्जी शिक्षिका के खिलाफ थाना पुलिस को तहरीर दी है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.