मैनपुरी: विद्युत विभाग के रवैये से परेशान एक किसान दम्पति ने इच्छा मृत्यु की मांग की है. किसान का आरोप है कि वर्ष 1988 में उसके पिता ने निजी नलकूप का कनेक्शन कराया था. बाद में उसके पिता ने पूरा बिल जमा कर 20 साल पहले कनेक्शन कटवा दिया था. वर्ष 2014 में पिता की मृत्यु हो गई. नबंवर 2018 में विद्युत विभाग ने 5 लाख 32 हजार रुपये बकाया बिल दिखाकर आरसी काट दी. वहीं विद्युत विभाग ने बकाया बिल की सूचना नहीं दी. विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता ने जांच के बाद किसान को न्याय का भरोसा दिया है.
- मामला मैनपुरी के किशनी तहसील के अभयपुर गांव का है.
- किसान दयाराम अपनी पत्नी के साथ इच्छा मृत्यु की मांग को लेकर डीएम से मिलने पहुंचा.
- किसान दयाराम का आरोप है कि उनके पिता स्व. मेवाराम ने वर्ष 1988 में निजी नलकूप का कनेक्शन कराया था.
- इसके बाद 20 वर्ष पूर्व उन्होंने पूरा विद्युत बिल जमा कर कनेक्शन कटवा दिया था.
- वर्ष 2014 में पिता मेवाराम की मृत्यु हो गई.
- नलकूप के कमरे में विद्युत कनेक्शन संबंधी सारे कागजात रखे थे. कमरा धरासाई होने के कारण सारे कागजात नष्ट हो गये.
- 20 वर्ष से नलकूप पूरी तरह बंद पड़ा है. इसके बाद से किसी तरह का विद्युत उपयोग नहीं किया गया.
- इसके बावजूद विद्युत विभाग ने नबंवर 2018 को 5 लाख 32 हजार रुपए बकाया बिल दिखाकर आरसी काट दी.
- किसान का आरोप है कि कई बार शिकायत के बावजूद अधिकारी नहीं सुन रहे हैं.
- ऐसे में मानसिक रूप से परेशान किसान दम्पति ने इच्छामृत्यु की मांग की है.