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पार्थिव शरीर पहुंचते ही सैफई में गूंजा नारा, जब तक सूरज चांद रहेगा, नेताजी का नाम रहेगा

सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर सैफई पहुंच गया है. उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है. सीएम योगी ने सैफई पहुंचकर मुलायम सिंह यादव के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी.

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सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव
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Published : Oct 10, 2022, 4:11 PM IST

Updated : Oct 10, 2022, 7:54 PM IST

मैनपुरी/इटावाः सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर सैफई पहुंच गया है. उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है. कार्यकर्ता बिलख-बिलख कर रहो रहे हैं. हर कोई नेताजी नम आंखों से नेताजी को याद कर रहा है. नेताजी के पैतृक आवास पर कई दलों के नेताओं का जमावड़ा लगा हुआ है. अखिलेश यादव, शिवपाल यादव समेत उनके परिवार के सभी सदस्य मौजूद हैं. इस दौरान नारा गूंजा जब तक सूरज चांद रहेगा, नेताजी का नाम रहेगा.

इससे पहले कई लोग नेताजी के पैतृक आवास पहुंच कर उनके शव का इंतजार कर रहे थे. 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में सपा संरक्षक मुलायम सिंह के खिलाफ भाजपा से चुनाव लड़े प्रेम सिंह शाक्य ने सपा कार्यालय पहुंचकर नेता जी के निधन पर शोक व्यक्त किया. प्रेमसिंह शाक्य ने कहा कि 'मैं उनके खिलाफ चुनाव जरूर लड़ा था और जीत का परचम लहराया था. नेता जी जब रक्षा मंत्री थे तो उन्होंने शहीदों के पार्थिव शरीर को उनके घर तक पहुंचाने का ऐतहासिक निर्णय लिया था. नेता जी को लोग अपने दिल की धड़कन मानते थे.'

पार्थिव शरीर पहुंचते ही सैफई में उमड़ी भीड़

सैफई पहुंचे सीएम योगी, दी श्रद्धांजलि
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सैफई पहुंचकर मुलायम सिंह यादव के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन किए. इसके बाद उन्होंने नेता जी को भीगी पलकों से श्रद्धांजलि दी. उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए मंगलवार को होने वाले अंतिम संस्कार के लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये. मुख्यमंत्री मंगलवार को भी सैफई में मुलायम सिंह यादव की अंत्येष्टि में शामिल होंगे.

समाजवाद के प्रमुख स्तंभ एवं संघर्षशील युग का अंत
लंबे अर्से से बीमार चल रहे मुलायम सिंह यादव का इलाज गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में चल रहा था. बीते 1 अक्टूबर की रात को उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया. हालत में सुधार न होने के चलते उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. सोमवार सुबह उनके निधन के बाद मुख्यमंत्री ने अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि मुलायम सिंह यादव के निधन से समाजवाद के प्रमुख स्तंभ एवं संघर्षशील युग का अंत हो गया है. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोकाकुल परिजनों एवं समर्थकों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट की.

संघर्षों में तपे-बढ़े, पांच दशक तक प्रदेश की राजनीति के केंद्र बिंदु रहे
सीएम योगी ने कहा कि सपा नेता के निधन पर पूरा प्रदेश शोकाकुल है. मुलायम सिंह यादव जुझारू और संघर्षशील नेता थे. समाजवादी विचारधारा से जुड़े एक महत्वपूर्ण स्तंभ थे. वे संघर्षों में तपे-बढ़े और पांच दशक तक प्रदेश की राजनीति के केंद्र बिंदु थे. देश और प्रदेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन उन्होंने लंबे समय तक किया. यूपी विधानसभा और विधानपरिषद में लंबे समय तक नेतृत्व करने के साथ ही तीन बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में यूपी जैसे राज्य को नेतृत्व प्रदान किया. देश की संसद में सात बार प्रतिनिधित्व किया और भारत के रक्षामंत्री के रूप मे देश की सेवा की है.

राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार के निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य शासन ने मुलायम सिंह यादव के दुखद निधन पर तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है. उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से राजकीय सम्मान के साथ उनके अंतिम संस्कार की कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया है.

कैबिनेट बैठक के सभी प्रस्ताव स्थगित किए गए
इससे पहले प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया गया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में कैबिनेट मंत्रियों ने दिवंगत मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि अर्पित कर शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है. सरकार की ओर से कैबिनेट के सभी प्रस्ताव को फिलहाल के लिए स्थगित कर दिया है.

राजनीतिक विरोधियों से भी रहे आत्मीय संबंध
प्रखर समाजवादी नेता होने के बाद भी मुलायम सिंह यादव के रिश्ते विपक्षी दलों के नेताओं से आत्मीय रहे. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलायम सिंह यादव के व्यक्तिगत रिश्ते बेहद मधुर थे. मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ कई बार मुलायम सिंह यादव से उनके आवास पर जाकर मिले और हरदम उनके स्वास्थ्य का हाल लेते रहे. वहीं, मुलायम सिंह यादव का स्नेह भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लगातार मिलता रहा. योगी आदित्यनाथ के दोबारा उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने पर मुलायम सिंह यादव ने व्यक्तिगत रूप से उन्हें बधाई दी थी.

पढ़ेंः भाजपा से अलग होने पर कल्याण सिंह को मुलायम ने दिया था सियासी सहारा

मैनपुरी/इटावाः सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर सैफई पहुंच गया है. उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है. कार्यकर्ता बिलख-बिलख कर रहो रहे हैं. हर कोई नेताजी नम आंखों से नेताजी को याद कर रहा है. नेताजी के पैतृक आवास पर कई दलों के नेताओं का जमावड़ा लगा हुआ है. अखिलेश यादव, शिवपाल यादव समेत उनके परिवार के सभी सदस्य मौजूद हैं. इस दौरान नारा गूंजा जब तक सूरज चांद रहेगा, नेताजी का नाम रहेगा.

इससे पहले कई लोग नेताजी के पैतृक आवास पहुंच कर उनके शव का इंतजार कर रहे थे. 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में सपा संरक्षक मुलायम सिंह के खिलाफ भाजपा से चुनाव लड़े प्रेम सिंह शाक्य ने सपा कार्यालय पहुंचकर नेता जी के निधन पर शोक व्यक्त किया. प्रेमसिंह शाक्य ने कहा कि 'मैं उनके खिलाफ चुनाव जरूर लड़ा था और जीत का परचम लहराया था. नेता जी जब रक्षा मंत्री थे तो उन्होंने शहीदों के पार्थिव शरीर को उनके घर तक पहुंचाने का ऐतहासिक निर्णय लिया था. नेता जी को लोग अपने दिल की धड़कन मानते थे.'

पार्थिव शरीर पहुंचते ही सैफई में उमड़ी भीड़

सैफई पहुंचे सीएम योगी, दी श्रद्धांजलि
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सैफई पहुंचकर मुलायम सिंह यादव के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन किए. इसके बाद उन्होंने नेता जी को भीगी पलकों से श्रद्धांजलि दी. उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए मंगलवार को होने वाले अंतिम संस्कार के लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये. मुख्यमंत्री मंगलवार को भी सैफई में मुलायम सिंह यादव की अंत्येष्टि में शामिल होंगे.

समाजवाद के प्रमुख स्तंभ एवं संघर्षशील युग का अंत
लंबे अर्से से बीमार चल रहे मुलायम सिंह यादव का इलाज गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में चल रहा था. बीते 1 अक्टूबर की रात को उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया. हालत में सुधार न होने के चलते उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. सोमवार सुबह उनके निधन के बाद मुख्यमंत्री ने अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि मुलायम सिंह यादव के निधन से समाजवाद के प्रमुख स्तंभ एवं संघर्षशील युग का अंत हो गया है. मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोकाकुल परिजनों एवं समर्थकों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट की.

संघर्षों में तपे-बढ़े, पांच दशक तक प्रदेश की राजनीति के केंद्र बिंदु रहे
सीएम योगी ने कहा कि सपा नेता के निधन पर पूरा प्रदेश शोकाकुल है. मुलायम सिंह यादव जुझारू और संघर्षशील नेता थे. समाजवादी विचारधारा से जुड़े एक महत्वपूर्ण स्तंभ थे. वे संघर्षों में तपे-बढ़े और पांच दशक तक प्रदेश की राजनीति के केंद्र बिंदु थे. देश और प्रदेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन उन्होंने लंबे समय तक किया. यूपी विधानसभा और विधानपरिषद में लंबे समय तक नेतृत्व करने के साथ ही तीन बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में यूपी जैसे राज्य को नेतृत्व प्रदान किया. देश की संसद में सात बार प्रतिनिधित्व किया और भारत के रक्षामंत्री के रूप मे देश की सेवा की है.

राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार के निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य शासन ने मुलायम सिंह यादव के दुखद निधन पर तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है. उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से राजकीय सम्मान के साथ उनके अंतिम संस्कार की कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया है.

कैबिनेट बैठक के सभी प्रस्ताव स्थगित किए गए
इससे पहले प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया गया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में कैबिनेट मंत्रियों ने दिवंगत मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि अर्पित कर शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है. सरकार की ओर से कैबिनेट के सभी प्रस्ताव को फिलहाल के लिए स्थगित कर दिया है.

राजनीतिक विरोधियों से भी रहे आत्मीय संबंध
प्रखर समाजवादी नेता होने के बाद भी मुलायम सिंह यादव के रिश्ते विपक्षी दलों के नेताओं से आत्मीय रहे. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलायम सिंह यादव के व्यक्तिगत रिश्ते बेहद मधुर थे. मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ कई बार मुलायम सिंह यादव से उनके आवास पर जाकर मिले और हरदम उनके स्वास्थ्य का हाल लेते रहे. वहीं, मुलायम सिंह यादव का स्नेह भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लगातार मिलता रहा. योगी आदित्यनाथ के दोबारा उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने पर मुलायम सिंह यादव ने व्यक्तिगत रूप से उन्हें बधाई दी थी.

पढ़ेंः भाजपा से अलग होने पर कल्याण सिंह को मुलायम ने दिया था सियासी सहारा

Last Updated : Oct 10, 2022, 7:54 PM IST
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