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ये कैसा दावा: 3 घंटे तक फोन लगाने पर भी नहीं आई एंबुलेंस, नवजात की मौत - ambulance problem in mahoba

महोबा के महिला जिला अस्पताल में एक नवजात बच्ची की तबीयत खराब होने के बाद डॉक्टरों ने उसे हायर सेंटर झांसी रेफर कर दिया था. रेफर करने के 3 घंटे बाद तक भी उसे ले जाने के लिए परिवार वालों को एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिल पाई, जिसके चलते बच्ची की मौत हो गई.

एंबुलेंस नहीं मिलने पर नवजात ने तोड़ा दम
एंबुलेंस नहीं मिलने पर नवजात ने तोड़ा दम
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Published : Aug 26, 2021, 8:16 PM IST

महोबा: जिले में स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बेहाल है. यहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में प्रसव के बाद शिशु की हालत बिगड़ने पर महिला जिला अस्पताल भेजा गया. सुधार न होने पर डॉक्टरों ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया. हालांकि, परिजन करीब तीन घंटे तक एंबुलेंस के खातिर फोन लगाते रहे, लेकिन एंबुलेंस नहीं आई और नवजात की मौत हो गई. एंबुलेंस सेवा के अभाव में नवजात की मौत होने से परिवार में गम और आक्रोश है. सरकार के तमाम दावों के बीच जीवनदायिनी 108 एंबुलेंस सेवा की बदहाली के चलते नवजात को अपनी जान गंवानी पड़ी है.

दरअसल, चरखारी क्षेत्र के बैहारी गांव का निवासी चेतराम की पत्नी अर्चना को प्रसव पीड़ा होने पर उसे सीएचसी चरखारी में भर्ती कराया गया, जहां बच्ची के पैदा होने पर बेहतर इलाज के लिए महोबा महिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, लेकिन वहां नवजात की तबीयत में सुधार न होने पर महिला अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया. जीवनदायनी 108 एम्बुलेन्स सेवा की मदद को लेकर प्रसूता के परिजन एंबुलेंस सेवा के खातिर बार-बार फोन लगाते रहे, लेकिन 108 एंबुलेंस सेवा को फोन करने के बावजूद भी 3 घंटे तक एंबुलेंस नहीं पहुंची. आखिरकार, नवजात मासूम की इलाज के अभाव में मौत हो गई. एंबुलेंस सेवा के अभाव में नवजात की मौत होने से परिजनों में आक्रोश और गम का माहौल है. उनका कहना है कि यदि उन्हें समय से एंबुलेंस मिल जाती तो शायद उनकी बच्ची की जान बच जाती.

एंबुलेंस नहीं मिलने पर नवजात ने तोड़ा दम

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मृत नवजात के चाचा लक्ष्मीप्रसाद ने बताया कि चरखारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव हुआ था, जिसके बाद वहां से बच्ची की हालत नाजुक होने पर जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया. जिला अस्पताल के डॉक्टर ने कुछ देर इलाज करने के बाद हमसे कहा कि बच्चे की हालत नाजुक है. इसको बाहर के लिए रेफर करना पड़ेगा, जिसके बाद बच्ची को रेफर कर दिया गया. हमने 108 एंबुलेंस को कई बार फोन किया, लेकिन एंबुलेंस नहीं मिली, जिसके चलते बच्ची की मौत हो गई है.

इसे भी पढ़ें-इधर परिवार वाले बढ़ा रहे थे जान-पहचान, उधर नाबालिगों में हो गया प्यार, फरार होते ही मचा हड़कंप

महिला अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर डी ने बताया कि नवजात बच्ची थी, जिसकी हालत नाजुक थी, जिसको इलाज के बाद रेफर कर दिया गया था, लेकिन बहुत तक एम्बुलेंस न मिल पाने के कारण उसकी मौत हो गई है.

महोबा: जिले में स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बेहाल है. यहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में प्रसव के बाद शिशु की हालत बिगड़ने पर महिला जिला अस्पताल भेजा गया. सुधार न होने पर डॉक्टरों ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया. हालांकि, परिजन करीब तीन घंटे तक एंबुलेंस के खातिर फोन लगाते रहे, लेकिन एंबुलेंस नहीं आई और नवजात की मौत हो गई. एंबुलेंस सेवा के अभाव में नवजात की मौत होने से परिवार में गम और आक्रोश है. सरकार के तमाम दावों के बीच जीवनदायिनी 108 एंबुलेंस सेवा की बदहाली के चलते नवजात को अपनी जान गंवानी पड़ी है.

दरअसल, चरखारी क्षेत्र के बैहारी गांव का निवासी चेतराम की पत्नी अर्चना को प्रसव पीड़ा होने पर उसे सीएचसी चरखारी में भर्ती कराया गया, जहां बच्ची के पैदा होने पर बेहतर इलाज के लिए महोबा महिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, लेकिन वहां नवजात की तबीयत में सुधार न होने पर महिला अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया. जीवनदायनी 108 एम्बुलेन्स सेवा की मदद को लेकर प्रसूता के परिजन एंबुलेंस सेवा के खातिर बार-बार फोन लगाते रहे, लेकिन 108 एंबुलेंस सेवा को फोन करने के बावजूद भी 3 घंटे तक एंबुलेंस नहीं पहुंची. आखिरकार, नवजात मासूम की इलाज के अभाव में मौत हो गई. एंबुलेंस सेवा के अभाव में नवजात की मौत होने से परिजनों में आक्रोश और गम का माहौल है. उनका कहना है कि यदि उन्हें समय से एंबुलेंस मिल जाती तो शायद उनकी बच्ची की जान बच जाती.

एंबुलेंस नहीं मिलने पर नवजात ने तोड़ा दम

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मृत नवजात के चाचा लक्ष्मीप्रसाद ने बताया कि चरखारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव हुआ था, जिसके बाद वहां से बच्ची की हालत नाजुक होने पर जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया. जिला अस्पताल के डॉक्टर ने कुछ देर इलाज करने के बाद हमसे कहा कि बच्चे की हालत नाजुक है. इसको बाहर के लिए रेफर करना पड़ेगा, जिसके बाद बच्ची को रेफर कर दिया गया. हमने 108 एंबुलेंस को कई बार फोन किया, लेकिन एंबुलेंस नहीं मिली, जिसके चलते बच्ची की मौत हो गई है.

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महिला अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर डी ने बताया कि नवजात बच्ची थी, जिसकी हालत नाजुक थी, जिसको इलाज के बाद रेफर कर दिया गया था, लेकिन बहुत तक एम्बुलेंस न मिल पाने के कारण उसकी मौत हो गई है.

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