ETV Bharat / state

Mahoba District Hospital : इलाज के लिए मरीजों से लिया जा रहा 1 रुपया और शौचालय के लिए 5 से 10 रुपये

महोबा जिला अस्पताल में एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. यहां इलाज कराने आए मरीजों को 1 रुपये में दवाई मिल रही है, लेकिन उन्हें शौचलय के लिए 5 से 10 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं.

etv bharat
महोबा जिला अस्पताल
author img

By

Published : Feb 1, 2023, 9:39 AM IST

Updated : Feb 1, 2023, 9:58 AM IST

महोबा जिला अस्पताल

महोबाः हमेशा विवादों में चर्चित रहने वाला महोबा जिला अस्पताल अबकी बार अपने अजब-गजब कारनामें को ले कर चर्चा में है. जिला अस्पताल में इलाज तो एक रुपये में होता है, लेकिन अस्पताल परिसर में शौचालय इस्तेमाल करने पर मरीज और तीमारदारों को दस रुपया देना पड़ रहा है. इलाज की एहमियत से ज्यादा शौच के लिए गरीबों से पैसा लेना कई सवाल खड़े करता है. बड़ी बात तो यह है कि अस्पताल की इस मूलभूत सुविधा पर जिम्मेदारों का ध्यान तक नहीं जा रहा. इसी कारण यहां इलाज कराने आने वाले गरीब तबके के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

उत्तर प्रदेश सरकार गरीबों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए जिला अस्पताल में सिर्फ एक रुपये का पर्चा बनवाने पर सारी सेवाएं मुफ्त दी जा रही है. इलाज के लिए अस्पताल में एक रुपये के पर्चे पर ही इलाज उपलब्ध है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले गरीबों को स्वास्थ सेवाओं का लाभ मिल सके, लेकिन अजब है महोबा का जिला अस्पताल जहां इलाज तो एक रुपये में मिल रहा है लेकिन इसी अस्पताल परिसर के अंदर बने सुलभ शौचालय में मरीजों और तीमारदारों को शौच क्रिया करने के एवज में 5 से 10 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं.

यह सुनकर आप भी हैरत में पड़ गए होंगे कि सरकार स्वास्थ्य लाभ देने के लिए सिर्फ एक रुपया ही ले रही है, लेकिन व्यवस्थाओं की खामियों का असर यह है कि अस्पताल परिसर में बनाए गया सुलभ शौचालय उन्हीं मरीजों और तीमारदारों से 10 रुपए वसूल रही है. जिला अस्पताल का अजब-गजब कारनामा मरीजों और तीमारदारों में ही नहीं, बल्कि पूरे जिले में चर्चा का विषय है बना हुआ है. जिला अस्पताल की ओपीडी में एक तरफ लंबी लाइन में खड़े तमाम लोग अपना इलाज कराने के लिए एक रुपये का पर्चा बनवाने के लिए लगे हुए हैं. वहीं, दूसरी तरफ पहुंच रहे मरीज और तीमारदार शौच क्रिया करने के लिए 10 रुपये दे रहे हैं.

उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा है कि जिला अस्पताल में आने वाले हर मरीज को बेहतर से बेहतर इलाज निशुल्क मिले, जिसके लिए उन्हें सिर्फ एक रुपये का ही पर्चा बनवाने के एवज में खर्च करना पड़ता है और मरीजों को पूरे इलाज के साथ दवाएं भी मुफ्त मिलती हैं. इसी अस्पताल में भर्ती मरीज या उनके तीमारदारों को जब शौच क्रिया के लिए जाना पड़ता है, तो 5 से 10 रुपये खर्च करने पड़ते हैं, जिसको लेकर तीमारदार और मरीज हैरत में हैं.

जिला अस्पताल के परिसर में बने सुलभ शौचालय के बाहर लिखा हुआ है कि शौच क्रिया और नहाने के लिए 5 से 10 रुपये देने पड़ेंगे. अस्पताल के इस अजब हाल पर हर कोई हैरत में है. अस्पताल में इलाज कराने पहुंचा मरीज नरेंद्र बताता है कि पेट दर्द होने के चलते वह अपना इलाज कराने पहुंचा था, जिसके लिए 1 रुपये का पर्चा उसने अस्पताल में बनवाया लेकिन जब उसे शौच क्रिया के लिए जाना पड़ा तो 5 रुपये लिए गए, जिससे वो हैरत में है. इलाज के लिए 1 रुपये और उसी अस्पताल में शौच जाने के लिए 5 रुपये देने पड़ते हैं. वहीं, अस्पताल में ही पहुंचा मरीज वीर सिंह, लक्ष्मण बताता है कि सरकारी अस्पताल में फ्री सुविधाएं मिलनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है.

इस पूरे मामले को लेकर महोबा जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. पवन कुमार अग्रवाल ने बताया कि अस्पताल परिसर में बने सुलभ शौचालय का नगर पालिका द्वारा ठेका दिया गया है. इसके चलते ही वहां अधिक पैसे लिए जा रहे हैं. इसके लिए नगर पालिका से ही सही जवाब मिल पाएगा, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि अस्पताल के परिसर के अंदर बनाया गया सुलभ शौचालय में जाने वाले लोगों से पैसा क्यों लिया जा रहा है.

पढ़ेंः पोस्टमार्टम के लिए 500 की रिश्वत, परिजनों के हंगामे पर CMO ने दिए जांच के आदेश

महोबा जिला अस्पताल

महोबाः हमेशा विवादों में चर्चित रहने वाला महोबा जिला अस्पताल अबकी बार अपने अजब-गजब कारनामें को ले कर चर्चा में है. जिला अस्पताल में इलाज तो एक रुपये में होता है, लेकिन अस्पताल परिसर में शौचालय इस्तेमाल करने पर मरीज और तीमारदारों को दस रुपया देना पड़ रहा है. इलाज की एहमियत से ज्यादा शौच के लिए गरीबों से पैसा लेना कई सवाल खड़े करता है. बड़ी बात तो यह है कि अस्पताल की इस मूलभूत सुविधा पर जिम्मेदारों का ध्यान तक नहीं जा रहा. इसी कारण यहां इलाज कराने आने वाले गरीब तबके के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

उत्तर प्रदेश सरकार गरीबों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए जिला अस्पताल में सिर्फ एक रुपये का पर्चा बनवाने पर सारी सेवाएं मुफ्त दी जा रही है. इलाज के लिए अस्पताल में एक रुपये के पर्चे पर ही इलाज उपलब्ध है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले गरीबों को स्वास्थ सेवाओं का लाभ मिल सके, लेकिन अजब है महोबा का जिला अस्पताल जहां इलाज तो एक रुपये में मिल रहा है लेकिन इसी अस्पताल परिसर के अंदर बने सुलभ शौचालय में मरीजों और तीमारदारों को शौच क्रिया करने के एवज में 5 से 10 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं.

यह सुनकर आप भी हैरत में पड़ गए होंगे कि सरकार स्वास्थ्य लाभ देने के लिए सिर्फ एक रुपया ही ले रही है, लेकिन व्यवस्थाओं की खामियों का असर यह है कि अस्पताल परिसर में बनाए गया सुलभ शौचालय उन्हीं मरीजों और तीमारदारों से 10 रुपए वसूल रही है. जिला अस्पताल का अजब-गजब कारनामा मरीजों और तीमारदारों में ही नहीं, बल्कि पूरे जिले में चर्चा का विषय है बना हुआ है. जिला अस्पताल की ओपीडी में एक तरफ लंबी लाइन में खड़े तमाम लोग अपना इलाज कराने के लिए एक रुपये का पर्चा बनवाने के लिए लगे हुए हैं. वहीं, दूसरी तरफ पहुंच रहे मरीज और तीमारदार शौच क्रिया करने के लिए 10 रुपये दे रहे हैं.

उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा है कि जिला अस्पताल में आने वाले हर मरीज को बेहतर से बेहतर इलाज निशुल्क मिले, जिसके लिए उन्हें सिर्फ एक रुपये का ही पर्चा बनवाने के एवज में खर्च करना पड़ता है और मरीजों को पूरे इलाज के साथ दवाएं भी मुफ्त मिलती हैं. इसी अस्पताल में भर्ती मरीज या उनके तीमारदारों को जब शौच क्रिया के लिए जाना पड़ता है, तो 5 से 10 रुपये खर्च करने पड़ते हैं, जिसको लेकर तीमारदार और मरीज हैरत में हैं.

जिला अस्पताल के परिसर में बने सुलभ शौचालय के बाहर लिखा हुआ है कि शौच क्रिया और नहाने के लिए 5 से 10 रुपये देने पड़ेंगे. अस्पताल के इस अजब हाल पर हर कोई हैरत में है. अस्पताल में इलाज कराने पहुंचा मरीज नरेंद्र बताता है कि पेट दर्द होने के चलते वह अपना इलाज कराने पहुंचा था, जिसके लिए 1 रुपये का पर्चा उसने अस्पताल में बनवाया लेकिन जब उसे शौच क्रिया के लिए जाना पड़ा तो 5 रुपये लिए गए, जिससे वो हैरत में है. इलाज के लिए 1 रुपये और उसी अस्पताल में शौच जाने के लिए 5 रुपये देने पड़ते हैं. वहीं, अस्पताल में ही पहुंचा मरीज वीर सिंह, लक्ष्मण बताता है कि सरकारी अस्पताल में फ्री सुविधाएं मिलनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है.

इस पूरे मामले को लेकर महोबा जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. पवन कुमार अग्रवाल ने बताया कि अस्पताल परिसर में बने सुलभ शौचालय का नगर पालिका द्वारा ठेका दिया गया है. इसके चलते ही वहां अधिक पैसे लिए जा रहे हैं. इसके लिए नगर पालिका से ही सही जवाब मिल पाएगा, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि अस्पताल के परिसर के अंदर बनाया गया सुलभ शौचालय में जाने वाले लोगों से पैसा क्यों लिया जा रहा है.

पढ़ेंः पोस्टमार्टम के लिए 500 की रिश्वत, परिजनों के हंगामे पर CMO ने दिए जांच के आदेश

Last Updated : Feb 1, 2023, 9:58 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.