महोबा: जिले में दैवीय आपदा के बाद किसानों पर स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही जानलेवा साबित हो रही है. बीते कुछ दिनों से पड़ रही भीषण सर्दी की चपेट में आकर किसान की हालत खराब हो गई. परिजन उसे सीएचसी ले गए. सीएचसी में तैनात स्वास्थ्यकर्मियों ने किसान का इलाज न करके बैरंग लौटा दिया गया, जिसके चलते उसकी हालत ज्यादा खराब हो गई. आनन-फानन में परिजन उसे जिला अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया. मामले का संज्ञान लेकर सीएमओ ने जांच के आदेश दिए हैं.
दरअसल, मामला कबरई कस्बे का है, जहां के रहने वाले राम आसरे का 32 वर्षीय पुत्र गंगाराम 10 बीघे खेत बटाई में लेकर परिवार का भरण-पोषण करता था. बीते रोज खेत में कृषि कार्य करते समय ठंड लगने से उसकी हालत खराब हो गई. परिजन उसे इलाज के लिए तड़के 3 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कबरई ले गए, जहां मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों पर मरीज का इलाज न करके वापस घर भेज देने का आरोप लगा है. घर वापस ले जाने के बाद किसान की हालत ज्यादा खराब होने पर परिजन उसे जिला अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया. किसान की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया. जानकारी के मुताबिक मृतक गंगाराम के 3 बच्चे हैं, जिनमें 2 बेटियां और एक बेटा है.
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अस्पताल प्रशासन की सूचना पर पहुंची कबरई पुलिस ने मृतक के शव का पंचनामा करके पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है. पूरे मामले में सीएमओ डॉ. सुधाकर पाण्डेय ने जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है.