महोबा : पुलिस की लापरवाही कहें या सुविधा, खुलेआम बंदी फेसबुक पर लाइव आ गया. अपने दुश्मनों को धमकाया. इसका वीडियो भी वायरल हो गया. इसके बाद जेल प्रशासन और पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है लेकिन अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
वज्र वाहन में पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में धमकाया
बंदी लोकेंद्र महोबा उपकारागार में बंद है. वह पुलिस अभिरक्षा में वज्र वाहन के अंदर मोबाइल से फेसबुक लाइव करता नजर आया है. फेसबुक लाइव पर वह न सिर्फ अपने दुश्मनों को गालियां दे रहा है बल्कि उन्हें देख लेने की धमकी भी दे रहा है. यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया. हैरत की बात यह है कि इस वज्र वाहन में मौजूद उपनिरीक्षक और तीन कांस्टेबल इस बात से पूरी तरह से अनजान बने रहे. इस प्रकरण के बाद पुलिस की कार्रशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं. इस पूरे मामले में अधिकारी कुछ भी बोलने से दूरी बनाए हुए हैं .
21 अक्टूबर को लाया गया था पेशी पर
हमीरपुर के थाना सुमेरपुर के ग्राम पंधरी का रहने वाला लोकेंद्र उर्फ कारतूस यादव गैर इरादतन हत्या के प्रयास के मामले में महोबा उपकारागार में बंद है. उस पर महोबा के पनवाड़ी थाना में 2021 में मुकदमा दर्ज हुआ था. 21 अक्टूबर को लोकेंद्र को पुलिस हमीरपुर पेशी पर ले जा रही थी. एसआई शशांक देव, हेड कांस्टेबल अरविंद आर्य, कौशलेंद्र मिश्र और कांस्टेबल कमलेश कुमार वज्र वाहन में लोकेंद्र की सुरक्षा में तैनात थे. इसी दौरान लोकेंद्र ने मोबाइल से फेसबुक लाइव कर दिया. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के बारे में जब जेलर शिवमूरत सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आरोपी के खिलाफ हमीरपुर के एडीजे फास्ट ट्रैक कोर्ट द्वितीय में एक अन्य वाद की तारीख थी. इसलिए 21 अक्टूबर को पुलिस लाइन से से भेजा गया था. इसी दौरान आरोपी के फेसबुक लाइव करने की बात सामने आई है. इसकी जांच कराकर कार्यवाही की जाएगी.