महोबा: बुंदेली समाज ने पुलवामा हमले की दूसरी बरसी पर पीएम मोदी को 14वीं बार खून से खत लिखकर पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग की. बुंदेली समाज लंबे समय से पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग और क्षेत्र की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं के खिलाफ संघर्ष कर रहा है.
14वीं बार लिखा खून से खत
मुख्यालय के ऐतिहासिक कीरत सागर तट में बुंदेली समाज के संयोजक तारा पाटकर समेत कई लोगों ने पीएम मोदी को खून से खत लिखा. इस दौरान लोगों ने पुलवामा शहीदों को याद भी किया. समाज के लोगों ने पीएम मोदी से पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग को दोहराया है. बता दें कि यह 14वीं बार है, जब बुंदेली समाज के लोगों ने पीएम मोदी को खून से खत लिखा है.
व्यवस्था में नहीं हुआ सुधार
खत में लिखा है कि महोबा की मरणासन्न स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए सरकार तीन साल में नए अस्पताल के लिए जमीन तक फाइनल नहीं कर पाई. हालांकि, तीन बार जिलाधिकारी चयनित हुए हैं, बावजूद इसके व्यवस्था नहीं सुधरी है. कार्यक्रम के दौरान सुरेश बुंदेलखंडी, रमाकांत नगायच, प्रेम चौरसिया, ग्यासी लाल कोस्टा, सिद्धांत त्रिपाठी, हरीओम निषाद, कृष्णा शंकर जोशी, देवेन्द्र तिवारी, प्रेम साहू, इकबाल हुसैन और अनिरुद्ध मिश्रा मौजूद रहे.
बुंदेली समाज के संयोजक तारा पाटकर ने बताया कि आज 14 फरवरी है और आज ही पीएम मोदी को 14वीं बार खून से खत लिखा जा रहा है. खत में 'माय बुंदेलखंड माय लव और माय इंडिया माई वैलेंटाइन' लिखा गया है. बुंदेलखंड राज्य चाहिए, बिना राज्य बने बुंदेलखंड की तरक्की नहीं हो सकती है.