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हाईस्कूल में ऑटो चालक की बेटी बनी जिला टॉप तो इंटरमीडिएट में किसान की बेटी ने लहराया परचम

महोबा जिले में यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा परिणाम में ऑटो चालक की बेटी ने जिला टॉप किया है. वहीं इंटरमीडिएट की परीक्षा में किसान की बेटी ने 90.40 फीसदी अंक पाकर जिले में प्रथम स्थान पाया है. इसके बाद से दोनों परिवारों में खुशी का माहौल है.

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हाईस्कूल में ऑटो चालक की बेटी बनी जिला टॉपर
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Published : Jun 18, 2022, 10:22 PM IST

महोबाः यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा परिणाम में ऑटो चालक की बेटी ने जिला टॉप किया. वहीं, इंटरमीडिएट की परीक्षा में किसान की बेटी ने 90.40 प्रतिशत अंक पाकर जिले में प्रथम स्थान पाया है. इसके बाद से दोनों परिवारों में खुशी का माहौल है. दोनों ही गरीब परिवारों ने संघर्ष कर अपनी बेटियों को पढ़ाया और रिजल्ट आने के बाद सभी का सिर गर्व से ऊंचा हो गया है. दोनों ही छात्राएं समाजसेवा में रुचि रखती हैं.

महोबा में एक बार फिर हाईस्कूल और इंटर में लड़कियों ने बाजी मारी है और हाईस्कूल में कुलपहाड़ तहसील के ग्रामीण क्षेत्र जैतपुर की रहने वाली छात्रा ने जिला टॉप किया तो वहीं इंटर में महोबा नगर के न्यू सिटी इलाके की रहने वाली छात्रा ने पहला स्थान पाया है. महोबा जनपद में इस बार बोर्ड परीक्षा में पंजीकृत 21,255 स्टूडेंट थे, जिनमें 20,159 परीक्षार्थियों ने परीक्षाएं दी और 83.75 प्रतिशत स्टूडेंट पास हुए हैं. हाईस्कूल की बात करें तो कुलपहाड़ तहसील के जैतपुर इलाके में संचालित श्री हरवंश राठौर इंटर कॉलेज में पढ़ने वाली छात्रा आशी यादव ने 94.83 प्रतिशत पाकर 569 अंक प्राप्त किए और जिले में टॉप रहीं. आशी यादव के पिता अरविंद यादव ऑटो चलाकर अपने तीन बच्चों की परवरिश करते हैं. इनका सपना रहा कि उनकी पुत्री बेहतर शिक्षा प्राप्त कर अपना और अपने परिवार का नाम रोशन करे.

यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा परिणाम

दिन रात मेहनत करते हुए अरविंद यादव अपनी पुत्री आशी को पढ़ा रहे थे और उन्हें तब अधिक खुशी मिली जब पता चला कि उनकी पुत्री ने जिले में टॉप किया है. अरविंद यादव ने बताया कि वह अपने बच्चों के भविष्य के लिए दिन रात मेहनत करते हैं. सुबह से ही उनकी दिनचर्या ऑटो चलाने की होती है और पूरा दिन यहां से वहां सवारियां ढोते रहते हैं, ताकि उससे मिलने वाले पैसे से अपने बच्चों की अच्छी परवरिश कर सकें और उनकी शिक्षा को भी बेहतर आयाम दे सकें.

पढ़ेंः कानपुर: स्कूल का परिणाम खराब आने पर हायर सेकेण्डरी स्कूल की प्रधानाचार्य ने की आत्महत्या

आशी यादव ने कहा कि उनके पिता की मेहनत और टीचरों के सहयोग से उन्होंने जिले में पहला स्थान पाया है. वह कहती हैं कि वह समाज सेवा करना चाहती हैं इसके लिए आईएएस ऑफिसर बनने की तमन्ना रखती हैं और उसकी तैयारी में आगे पढ़ाई करेंगी. बताया कि परीक्षाओं के नजदीक आते ही वह लगातार 7 घंटे पढ़ाई करती रही, जबकि रोजाना 5 घंटा पढ़ा करती थी.

इंटरमीडिएट परीक्षा की बात करें तो महोबा शहर के न्यू सिटी में रहने वाले स्वदेश कुमार यादव की पुत्री कोमल ने पहला स्थान पाकर जहां विद्यालय का नाम रोशन कर दिया वहीं, परिवार को भी खुशियां दी हैं. स्वदेश कुमार यादव बताते हैं कि वह बेरोजगार हैं और 15 बीघा खेत में किसानी का कार्य करते हैं, जिससे उनका गुजर-बसर होता है. अपने बच्चों की बेहतर परवरिश के लिए दिन रात मेहनत करते हैं और आज नतीजा यह है कि उनकी बेटी ने टॉप किया है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा छात्राओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं का लाभ उसकी बेटी को दिया जाए. साथ ही उनके मोहल्ले में आने जाने के लिए कोई पक्की सड़क नहीं है, जिससे पढ़ने जाने वाले छात्र-छात्राओं को दिक्कतें होती हैं उन्होंने प्रशासन से सड़क बनवाए जाने की मांग की है.

पढ़ेंः कानपुर: स्कूल का परिणाम खराब आने पर हायर सेकेण्डरी स्कूल की प्रधानाचार्य ने की आत्महत्या

छात्रा कोमल ने बताया कि हाई स्कूल में एक 84% उसके अंक आए थे. इसके बाद से वह हताश जरूर हुई लेकिन उसने मेहनत नहीं छोड़ी अपनी लगन अध्यापकों की प्रेरणा और परिवार के सहयोग से उसने मेहनत की और जिले में पहला स्थान पाया. कोमल मुख्यालय में संचालित सरस्वती बालिका विद्या मंदिर इंटर कॉलेज की छात्रा हैं. उन्होंने 90.40 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं और जिले में पहला स्थान पाया है. कोमल भी समाज सेवा करने के लिए आईएएस ऑफिसर बनना चाहती हैं. उन्होंने इसकी तैयारी करने की बात कही है.

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महोबाः यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा परिणाम में ऑटो चालक की बेटी ने जिला टॉप किया. वहीं, इंटरमीडिएट की परीक्षा में किसान की बेटी ने 90.40 प्रतिशत अंक पाकर जिले में प्रथम स्थान पाया है. इसके बाद से दोनों परिवारों में खुशी का माहौल है. दोनों ही गरीब परिवारों ने संघर्ष कर अपनी बेटियों को पढ़ाया और रिजल्ट आने के बाद सभी का सिर गर्व से ऊंचा हो गया है. दोनों ही छात्राएं समाजसेवा में रुचि रखती हैं.

महोबा में एक बार फिर हाईस्कूल और इंटर में लड़कियों ने बाजी मारी है और हाईस्कूल में कुलपहाड़ तहसील के ग्रामीण क्षेत्र जैतपुर की रहने वाली छात्रा ने जिला टॉप किया तो वहीं इंटर में महोबा नगर के न्यू सिटी इलाके की रहने वाली छात्रा ने पहला स्थान पाया है. महोबा जनपद में इस बार बोर्ड परीक्षा में पंजीकृत 21,255 स्टूडेंट थे, जिनमें 20,159 परीक्षार्थियों ने परीक्षाएं दी और 83.75 प्रतिशत स्टूडेंट पास हुए हैं. हाईस्कूल की बात करें तो कुलपहाड़ तहसील के जैतपुर इलाके में संचालित श्री हरवंश राठौर इंटर कॉलेज में पढ़ने वाली छात्रा आशी यादव ने 94.83 प्रतिशत पाकर 569 अंक प्राप्त किए और जिले में टॉप रहीं. आशी यादव के पिता अरविंद यादव ऑटो चलाकर अपने तीन बच्चों की परवरिश करते हैं. इनका सपना रहा कि उनकी पुत्री बेहतर शिक्षा प्राप्त कर अपना और अपने परिवार का नाम रोशन करे.

यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा परिणाम

दिन रात मेहनत करते हुए अरविंद यादव अपनी पुत्री आशी को पढ़ा रहे थे और उन्हें तब अधिक खुशी मिली जब पता चला कि उनकी पुत्री ने जिले में टॉप किया है. अरविंद यादव ने बताया कि वह अपने बच्चों के भविष्य के लिए दिन रात मेहनत करते हैं. सुबह से ही उनकी दिनचर्या ऑटो चलाने की होती है और पूरा दिन यहां से वहां सवारियां ढोते रहते हैं, ताकि उससे मिलने वाले पैसे से अपने बच्चों की अच्छी परवरिश कर सकें और उनकी शिक्षा को भी बेहतर आयाम दे सकें.

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आशी यादव ने कहा कि उनके पिता की मेहनत और टीचरों के सहयोग से उन्होंने जिले में पहला स्थान पाया है. वह कहती हैं कि वह समाज सेवा करना चाहती हैं इसके लिए आईएएस ऑफिसर बनने की तमन्ना रखती हैं और उसकी तैयारी में आगे पढ़ाई करेंगी. बताया कि परीक्षाओं के नजदीक आते ही वह लगातार 7 घंटे पढ़ाई करती रही, जबकि रोजाना 5 घंटा पढ़ा करती थी.

इंटरमीडिएट परीक्षा की बात करें तो महोबा शहर के न्यू सिटी में रहने वाले स्वदेश कुमार यादव की पुत्री कोमल ने पहला स्थान पाकर जहां विद्यालय का नाम रोशन कर दिया वहीं, परिवार को भी खुशियां दी हैं. स्वदेश कुमार यादव बताते हैं कि वह बेरोजगार हैं और 15 बीघा खेत में किसानी का कार्य करते हैं, जिससे उनका गुजर-बसर होता है. अपने बच्चों की बेहतर परवरिश के लिए दिन रात मेहनत करते हैं और आज नतीजा यह है कि उनकी बेटी ने टॉप किया है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा छात्राओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं का लाभ उसकी बेटी को दिया जाए. साथ ही उनके मोहल्ले में आने जाने के लिए कोई पक्की सड़क नहीं है, जिससे पढ़ने जाने वाले छात्र-छात्राओं को दिक्कतें होती हैं उन्होंने प्रशासन से सड़क बनवाए जाने की मांग की है.

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छात्रा कोमल ने बताया कि हाई स्कूल में एक 84% उसके अंक आए थे. इसके बाद से वह हताश जरूर हुई लेकिन उसने मेहनत नहीं छोड़ी अपनी लगन अध्यापकों की प्रेरणा और परिवार के सहयोग से उसने मेहनत की और जिले में पहला स्थान पाया. कोमल मुख्यालय में संचालित सरस्वती बालिका विद्या मंदिर इंटर कॉलेज की छात्रा हैं. उन्होंने 90.40 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं और जिले में पहला स्थान पाया है. कोमल भी समाज सेवा करने के लिए आईएएस ऑफिसर बनना चाहती हैं. उन्होंने इसकी तैयारी करने की बात कही है.

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