महोबाः अधिवक्ता मुकेश पाठक आत्महत्या मामले में जिलाधिकारी ने आरोपियों और उनके परिजनों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त कर दिए हैं और पुलिस को सभी के शस्त्र जमा कराने के निर्देश दिए हैं. गौरतलब है कि मामले में जिले के अधिवक्ता लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. डीएम के निर्देश के बाद सीओ के नेतृत्व में पुलिसबल आरोपियों के घर पहुंचा और एक असलहा बरामद किया. बाकी के असलहा जमा कराने की कार्रवाई की जा रही है.
लगातार हो रहे थे विरोध प्रदर्शन
बीते दिनों जिले के सीनियर अधिवक्ता मुकेश पाठक ने आत्महत्या कर ली थी. मामले से नाराज अधिवक्ता कार्य से विरत हैं और लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने मामले के आरोपियों और आरोपियों के परिजनों के नाम सभी शस्त्र लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई की. इसके बाद शनिवार को सीओ सिटी रामप्रवेश राय के नेतृत्व में भारी पुलिसबल ने मामले में आरोपी चौधरी छत्रपाल सिंह यादव, रवि सोनी, आनन्द मोहन यादव, सहित आरोपी छत्रपाल यादव की पत्नी नीरज यादव, सास ज्ञान देवी, आरोपी विक्रम सिंह यादव की पत्नी नीलम के नाम पर बने शस्त्र लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई के बाद जमा कराने के लिए आरोपियों के घर पहुंचे. पुलिस को मौके से सिर्फ आरोपी विक्रम यादव की पत्नी नीलम की रायफल मिली बाकी. अन्य आरोपियों के शस्त्र जमा करने के निर्देश परिजनों को दिए हैं.
ये बोले पुलिस अधिकारी
रामप्रवेश राय ( सीओ सदर महोबा ) ने बताया कि अधिवक्ता की आत्महत्या के मामले में नामित चार आरोपियों सहित दो अन्य नजदीकियों के नाम से जो शस्त्र हैं, उनको जिलाधिकारी ने निरस्त कर दिया. शस्त्र जमा कराए जा रहे हैं. अभी एक शस्त्र को जमा किया गया है. अन्य को नोटिस दिया गया है.