महराजगंज: सदर ब्लॉक के सिसवनियां गांव के लोग बीते कुछ दिनों से जिला मुख्यालय के चक्कर लगाने को मजबूर हैं, क्योंकि इनके ग्राम प्रधान ने जिन वादों पर इनसे वोट लिया वह वादे आज भी अधूरे पड़े हैं. यहां के ग्रामीण मूलभूत सुविधाएं सड़क, बिजली, पानी और नाली के लिए तरस रहे हैं. सिसवनियां गांव की एक चिन्हित आबादी की तरफ न ही सड़क बनी है और न ही नालियां.
ग्रामीणों ने बताया कि इसी ग्रामसभा में ग्राम प्रधान का भी घर है. बावजूद इसके यहां विकास कार्य नहीं हुए हैं. कई बार शिकायत करने के बावजूद प्रधान यह कहकर बात टाल देता है कि अभी बजट नहीं आया. प्रधान ने यही बताते-बताते पांच साल निकाल दिए, लेकिन कोई विकास का काम नहीं कराया. यहां बिजली के खंभे न होने से लोग बांस-बल्ली के सहारे बिजली के तार लटकाए हुए हैं. ज्यादातर लोगों के मकान टिनशेड के हैं, जिससे हमेशा करंट उतरने का भय बना रहता है.
यही नहीं नाली की समस्या इतनी जटिल है कि लोग बारिश के महीनों में घरों से बाहर नहीं निकल पाते हैं, क्योंकि नालियां न होने से घरों का गंदा पानी सड़कों पर बहता है, जिससे गंभीर बीमारियों का खतरा बना रहता है. इस संबंध में कई बार ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को शिकायत भी की है, लेकिन अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
उक्त प्रकरण संज्ञान में है. वहां का नाली विकास कार्य पोखरे पर हुए अतिक्रमण के कारण रुका हुआ है. जल्द ही राजस्व टीम के साथ पोखरे की सफाई कराकर नाली निर्माण कराया जाएगा और उक्त सड़क नक्शे में न होने से प्रभावित है.
-ब्रजेंद्र श्रीवास्तव, ग्राम विकास अधिकारी