महराजगंज: उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जनपद के श्यामदेउरवा थानाक्षेत्र में घिनौना और शर्मसार करने का एक मामला सामने आया है. वर्ग विशेष के एक युवक ने किशोरी के साथ घर में घुस कर दुष्कर्म किया. साथ ही अश्लील वीडियो बनाकर अपने एक दोस्त को भेज दिया. दोस्त भी बालिका को फोन कर ब्लैकमेल करने लगा. वीडियो वायरल होने के बाद परिजनों ने श्यामदेउरवा पुलिस को तहरीर दी.
आरोप है कि पुलिस ने तहरीर बदलवा कर केवल एक आरोपित को ही दुष्कर्म, पॉक्सो आदि धाराओं में जेल भेजा. ब्लैकमेल कर पीड़िता का अश्लील वीडियो वायरल करने वाले आरोपित के दोस्त के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. दूसरे युवक पर कार्रवाई के लिए पीड़िता के बयान व वीडियो काल के साक्ष्य को दरकिनार कर पुलिस सबूत मांग रही है.
बताया जा रहा है कि आरोपित का दोस्त रसूखदार परिवार का है. उसके घर के कई लोग विदेश में रहते हैं. मामले को मैनेज कराने की भी चर्चा है. पीड़ित परिवार के मुताबिक घटना के समय बालिका घर में अकेली थी. उसी समय आरोपित घर में घुस गया. उसके साथ दुष्कर्म करते हुए अश्लील वीडियो बना ली. आरोप है कि अश्लील वीडियो को आरोपित ने अपने एक दोस्त को भेज दिया. किशोरी का मोबाइल नंबर भी दे दिया. इसके बाद आरोपित का साथी भी वीडियो कॉल करके किशोरी को ब्लैकमेल करने लगा. बाद में वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
घटना की जानकारी जब बालिका की मां को हुई तो उसकी तबीयत खराब हो गई. वीडियो वायरल होने से आहत किशोरी ने जहरीला पदार्थ खाकर खुदकुशी करने की कोशिश की, लेकिन सरकारी अस्पताल में इलाज के बाद उसकी जान बच गई. इस मामले में सात दिसंबर को पीड़ित परिवार ने दुष्कर्म करने वाले आरोपित व उसके साथी के नाम से साक्ष्य के साथ तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने तहरीर बदलवा कर वीडियो वायरल करने वाले आरोपित का नाम हटा दिया.
पीड़ित परिवार का कहना है कि मेडिकल परीक्षण कराने के लिए श्यामदेउरवा थाने की एक महिला आरक्षी पीड़िता को लेकर सीएचसी पहुंची थी. वहां महिला आरक्षी व एक स्टाफ नर्स ने किशोरी को डराकर मेडिकल परीक्षण नहीं कराया. बाद में पीड़िता की मां प्रभारी निरीक्षक से मेडिकल परीक्षण कराने के लिए बोली. इसके बाद महिला आरक्षी पीड़िता को लेकर जिला महिला अस्पताल ले गई. जहां उसका मेडिकल परीक्षण हुआ.
इस मामले में श्यामदेउरवा थाना के प्रभारी निरीक्षक धर्मेन्द्र कुमार सिंह का कहना है कि तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर आरोपित को जेल भेज दिया गया है. घटना में एक और आरोपित का नाम सामने आ रहा है. विधिक प्रक्रिया में नाम आने के बाद कार्रवाई की जाएगी. पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया जा चुका है. अब मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराए जाएंगे. उसके बाद आगे की कार्रवाई होगी.