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बदहाली के आंसू बहाते-बहाते खंडहर बना महराजगंज बस अड्डा - महराजगंज बस स्टेशन

उत्तर प्रदेश के महराजगंज बस स्टेशन सरकार के विकास के तमाम दावों को धता बता रही है. क्योंकि जिले को बने लगभग 30 साल हो गए, लेकिन इस बस स्टेशन का हाल बेहाल है.

महराजगंज के बस अड्डे की इमारत खंडहर में तब्दील.
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Published : Oct 21, 2019, 1:00 AM IST

महराजगंज: आजादी के बाद से देश बदला, प्रदेश बदला, लेकिन नहीं बदली तो महराजगंज बस स्टेशन की सूरत. जी हां, विकास के तमाम दावों के बीच अगर यह बस स्टेशन अपनी बदहाली के आंसू बहा रहा है तो इसके असली जिम्मेदार वर्तमान और पूर्व की सरकारें हैं.

महराजगंज बस अड्डे की इमारत खंडहर में तब्दील.

अगर गौर करें इस बस स्टेशन की तरफ तो यहां न तो बैठने की व्यवस्था है और न ही अन्य सुविधाएं. प्रदेश में विकास का ढिंढोरा पीटने वाली सरकार का भी ध्यान इस बदहाल बस स्टेशन पर कभी नहीं गया.

बस अड्डे की इमारत खंडहर में तब्दील

बस स्टेशन में बनी इमारत भी अब खंडहर में तब्दील हो गई है. यहां बनी इमारत कभी सैकड़ों लोगों के आने-जाने के साधन और केंद्र के रूप में मशहूर हुआ करता थी, लेकिन बदलते दौर में सब कुछ तो बदला, लेकिन इस इमारत की तस्वीर जस की तस रही. जानकारों ने भी बताया कि जिले को बने लगभग 30 साल हो गए. पर न तो वर्तमान सरकार की नजर इधर पड़ी और न ही पिछली सरकारों की.

बस अड्डों को हाईटेक बनाने का दावा फेल
बस स्टेशन में बनी इमारत में न तो बैठने के लिए कुर्सियां हैं और न ही पंखे लगे हैं. जो बिल्डिंग है, उसकी छत से बारिश में पानी टपकता है और चारों तरफ पानी भी भर जाता है, जिसकी वजह से गंदगी का अंबार है. यहां की तस्वीर सरकार के तमाम शहरों के बस अड्डों को हाईटेक करने के दावों के बीच की है. बात करने पर जिम्मेदार इससे पल्ला झाड़ लेते हैं. फिलहाल अभी तक इसके मरम्मत या नए बस स्टेशन को बनने का कोई रास्ता दूर तक नहीं दिखाई दे रहा है.

दो से तीन घंटे तक करना पड़ता है बसों का इंतजार

यात्रियों ने बताया कि गोरखपुर जाने के लिए यहां बसों का दो से तीन घंटे इंतजार करना पड़ता है. देखने पर बस स्टेशन परिसर में जगह तो बहुत है, लेकिन यहां बस यात्री हमेशा परेशान नजर आते हैं. यात्रियों की सरकार से मांग है कि इस बस अड्डे में सुविधाएं बढ़ाई जाएं.

शासन को लगभग 642 लाख का इस्टीमेट बनाकर भेजा गया है. कार्रवाई चल रही है, आशा है जल्द ही प्रस्ताव पास हो जाएगा. डीएम ने भी शासन को पत्र लिखा है.
-भुवनेश्वर सिंह, एआरएम

महराजगंज: आजादी के बाद से देश बदला, प्रदेश बदला, लेकिन नहीं बदली तो महराजगंज बस स्टेशन की सूरत. जी हां, विकास के तमाम दावों के बीच अगर यह बस स्टेशन अपनी बदहाली के आंसू बहा रहा है तो इसके असली जिम्मेदार वर्तमान और पूर्व की सरकारें हैं.

महराजगंज बस अड्डे की इमारत खंडहर में तब्दील.

अगर गौर करें इस बस स्टेशन की तरफ तो यहां न तो बैठने की व्यवस्था है और न ही अन्य सुविधाएं. प्रदेश में विकास का ढिंढोरा पीटने वाली सरकार का भी ध्यान इस बदहाल बस स्टेशन पर कभी नहीं गया.

बस अड्डे की इमारत खंडहर में तब्दील

बस स्टेशन में बनी इमारत भी अब खंडहर में तब्दील हो गई है. यहां बनी इमारत कभी सैकड़ों लोगों के आने-जाने के साधन और केंद्र के रूप में मशहूर हुआ करता थी, लेकिन बदलते दौर में सब कुछ तो बदला, लेकिन इस इमारत की तस्वीर जस की तस रही. जानकारों ने भी बताया कि जिले को बने लगभग 30 साल हो गए. पर न तो वर्तमान सरकार की नजर इधर पड़ी और न ही पिछली सरकारों की.

बस अड्डों को हाईटेक बनाने का दावा फेल
बस स्टेशन में बनी इमारत में न तो बैठने के लिए कुर्सियां हैं और न ही पंखे लगे हैं. जो बिल्डिंग है, उसकी छत से बारिश में पानी टपकता है और चारों तरफ पानी भी भर जाता है, जिसकी वजह से गंदगी का अंबार है. यहां की तस्वीर सरकार के तमाम शहरों के बस अड्डों को हाईटेक करने के दावों के बीच की है. बात करने पर जिम्मेदार इससे पल्ला झाड़ लेते हैं. फिलहाल अभी तक इसके मरम्मत या नए बस स्टेशन को बनने का कोई रास्ता दूर तक नहीं दिखाई दे रहा है.

दो से तीन घंटे तक करना पड़ता है बसों का इंतजार

यात्रियों ने बताया कि गोरखपुर जाने के लिए यहां बसों का दो से तीन घंटे इंतजार करना पड़ता है. देखने पर बस स्टेशन परिसर में जगह तो बहुत है, लेकिन यहां बस यात्री हमेशा परेशान नजर आते हैं. यात्रियों की सरकार से मांग है कि इस बस अड्डे में सुविधाएं बढ़ाई जाएं.

शासन को लगभग 642 लाख का इस्टीमेट बनाकर भेजा गया है. कार्रवाई चल रही है, आशा है जल्द ही प्रस्ताव पास हो जाएगा. डीएम ने भी शासन को पत्र लिखा है.
-भुवनेश्वर सिंह, एआरएम

Intro:आजादी के बाद से देश बदला प्रदेश बदला लेकिन नहीं बदला महाराजगंज के बस स्टेशन का सूरत जी हां हम बात कर रहे हैं वह जो 100% सच महाराजगंज का बस स्टेशन इस दौर में भी अपनी बदहाली के आंसू बहा रहा है प्रदेश और देश में विकास का ढिंढोरा पीटने वाली सरकार का ध्यान इस बदहाल बस स्टेशन पर कभी नहीं गया।


Body:सफेद हाथी की तरह खड़े इस इमारत को जरा गौर से देखिए यह इमारत अब खंडहर में तब्दील हो गई है यह इमारत कभी सैकड़ों लोगों के आने जाने के साधन और केंद्र के रूप में मशहूर हुआ करता था लेकिन बदलते दौर में सब कुछ तो बदला लेकिन इस इमारत की तस्वीर जस की तस रही और आज भी संगीनों के साए में यहां लोग काम करने को मजबूर हैं हम बात कर रहे हैं महाराजगंज जिले के बस स्टेशन की जी हां छत से पानी टपकता है और जहां अधिकारियों कर्मचारियों को बैठकर काम निपटाने चाहिए वहां साइकिल मोटरसाइकिल आउट सीमेंट की बोरियां रखा हुआ है।


Conclusion:न बैठने की जगह ना चेयर ना पंखा जो बिल्डिंग है उसके छत से बारिश में पानी टपकते हैं चारों तरफ पानी और गंदगी का अंबार है यह दृश्य सरकार के तमाम शहरों के बस अड्डों को हाईटेक करने के बीच की है इस जिला मुख्यालय के बस स्टेशन पर ना तो टेलीफोन ना ही कोई अन्य सुविधाएं हैं जिम्मेदार इससे पल्ला झाड़ लेते हैं अभी तक इसके मरम्मत या नए बस स्टेशन बनने का कोई रास्ता दूर दूर से नहीं दिख रहा है।

बस यात्री को अगर गोरखपुर निचलौल नौतनवा या फरेंदा जाने के लिए बस एक 2 या 3 घंटे में मिल तो जाती है लेकिन यह यात्री उतना समय कहां बिताएंगे यह बड़ा सवाल रहता है क्योंकि यहां यात्रियों को बैठने के लिए 2 से 4 सीट का ब्रेंच ही मात्र है उस पर भी बारिश में छत टपकता है और छत से पपड़ी निकलकर गिरती हैं एक महिला यात्री ने तो सरकार के इस नकारे पन की पोल ही खोल दी बस स्टेशन परिसर में जगह तो बहुत है लेकिन बस यात्री भी परेशान रहते हैं और सरकार से सुविधा बढ़ाने की मांग करते हैं।

एक तरफ जहां बस स्टेशन पर समस्याओं का अंबार लगा है वहीं जिले में नए आए एआरएम का कहना है इसके लिए शासन को लगभग 642 लाख का इस्टीमेट बनाया गया है कार्यवाही चल रही है और आशा है जल्द ही आ जाएगा इनका भी मानना है कि यह उनके स्तर का मामला नहीं है लेकिन आशा पर जिंदगी टिकी है जर्जर बिल्डिंग से इनको और कर्मचारियों को हमेशा डर बना रहता है कि कहीं ऊपर ही ना गिर जाए लेकिन मजबूरी है काम तो करना पड़ेगा यह बस स्टेशन स्थानीय जनप्रतिनिधियों के नकारे पन का भी सुबूत है तभी तो अभी तक परिवहन विभाग या कोई इसे ठीक करने के लिए एक चिट्ठी तक नहीं लिखी खबर दिखाने का मतलब सिर्फ इतना है कि इसे कोई जिम्मेदार देखें और इस समस्या को दूर करें।

बाईट- 1- राकेश गुप्ता यूथ कांग्रेस महा सचिव

बाईट- 2 - आदित्य रौनियार यात्री


जियाउद्दीन।महराजगंज। 9628261119
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