ETV Bharat / state

शांत गांव, तकलीफें बेशुमार और पुलिस के पास नहीं है कोई काम!

उत्तर प्रदेश के महराजगंज में एक ऐसा थाना है, जहां पांच साल से गंभीर धाराओं में एक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है. इस थाने को 3 गांव की 12 हजार आबादी की सुरक्षा के लिए बनाया गया है.

author img

By

Published : Sep 28, 2019, 9:22 PM IST

सोहगीबरवा थाने में पांच साल से गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज नहीं हुआ.

महाराजगंज: जिले में एक थाना ऐसा है जहां पिछले 5 सालों में एक भी एफआईआर गंभीर धाराओं में दर्ज नहीं हुई है. वर्ष 2002 में महाराजगंज जिले के सोहगीबरवा थाने की स्थापना की गई थी. इस थाना क्षेत्र में कोई गंभीर अपराध नहीं होने से पुलिसकर्मियों के लिए यहां काम न के बराबर होता है. पिछले 5 सालों में यहां हत्या, लूट, डकैती और फिरौती के एक भी मुकदमे नहीं लिखे गए हैं. सोहगी बरवा थाने में एक सब इंस्पेक्टर, 8 कांस्टेबल समेत 11 पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं. इस थाने को 3 गांव की 12 हजार आबादी की सुरक्षा के लिए बनाया गया है.

पढ़ें:- महाराजगंज: ड्रग तस्कर लॉकअप से फरार, कोतवाली में मचा हड़कंप

मुख्यालय से 75 किलोमीटर दूर है यह थाना
जिला मुख्यालय से लगभग 75 किलोमीटर दूरी के कारण पुलिसकर्मी इस थाने में अपनी पोस्टिंग को काला पानी के रूप में देखता है. थाने पर केवल आबकारी और एमवी एक्ट के ही कुछ मामले सामने आए हैं. पुलिस जीडी में हत्या, लूट, डकैती और फिरौती के एक भी मुकदमे नहीं लिखे गए हैं.

सोहगीबरवा थाने में पांच साल से गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज नहीं हुआ.

यहां पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के लिए महीने बीत जाते हैं. इस थाने में पिछले 5 वर्षों में 46 आबकारी और एमवी एक्ट मुकदमे लिखे गए. इस वर्ष थाने में केवल पांच मुकदमे दर्ज हैं. थाने में आबकारी एक्ट, गुंडा, गैंगस्टर, इनामी और वांछित बदमाशों का कालम वर्षों से खाली है. बाढ़ के इस समय क्षेत्र का संपर्क पूरे जिले से कट जाता है. वहीं क्षेत्र में शांति रहने की वजह से पीस कमेटी की बैठक, पैदल गस्त, बैंक चेकिंग जैसे मामलों में पुलिस की ड्यूटी भी नहीं लगती है.

ग्राम प्रधान ने कहा-
ग्राम प्रधान विनय कुमार सिंह का कहना है कि यहां जनता में काफी सामंजस्य व्याप्त है. किसी तरह का कोई विवाद नहीं है. जमीन के छोटे मामले आते हैं तो लोग आपस में बैठकर मामले का सुलह कर लेते हैं. यह गांव जिला तहसील मुख्यालय से न जुड़ने के कारण काफी पिछड़ा हुआ है. मेरी गांव वालों की तरफ से यह मांग है कि गांव को मुख्याल से जोड़ा जाए.

एसपी रोहित सिंह सजवान ने चौकी बरवा गांव का दौरा कर लोगों से उनका हालचाल पूछा. उन्होंने बताया कि भौगोलिक दृष्टि से भी यहां अपराध काफी कम है. इसलिए कोई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है.

महाराजगंज: जिले में एक थाना ऐसा है जहां पिछले 5 सालों में एक भी एफआईआर गंभीर धाराओं में दर्ज नहीं हुई है. वर्ष 2002 में महाराजगंज जिले के सोहगीबरवा थाने की स्थापना की गई थी. इस थाना क्षेत्र में कोई गंभीर अपराध नहीं होने से पुलिसकर्मियों के लिए यहां काम न के बराबर होता है. पिछले 5 सालों में यहां हत्या, लूट, डकैती और फिरौती के एक भी मुकदमे नहीं लिखे गए हैं. सोहगी बरवा थाने में एक सब इंस्पेक्टर, 8 कांस्टेबल समेत 11 पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं. इस थाने को 3 गांव की 12 हजार आबादी की सुरक्षा के लिए बनाया गया है.

पढ़ें:- महाराजगंज: ड्रग तस्कर लॉकअप से फरार, कोतवाली में मचा हड़कंप

मुख्यालय से 75 किलोमीटर दूर है यह थाना
जिला मुख्यालय से लगभग 75 किलोमीटर दूरी के कारण पुलिसकर्मी इस थाने में अपनी पोस्टिंग को काला पानी के रूप में देखता है. थाने पर केवल आबकारी और एमवी एक्ट के ही कुछ मामले सामने आए हैं. पुलिस जीडी में हत्या, लूट, डकैती और फिरौती के एक भी मुकदमे नहीं लिखे गए हैं.

सोहगीबरवा थाने में पांच साल से गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज नहीं हुआ.

यहां पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के लिए महीने बीत जाते हैं. इस थाने में पिछले 5 वर्षों में 46 आबकारी और एमवी एक्ट मुकदमे लिखे गए. इस वर्ष थाने में केवल पांच मुकदमे दर्ज हैं. थाने में आबकारी एक्ट, गुंडा, गैंगस्टर, इनामी और वांछित बदमाशों का कालम वर्षों से खाली है. बाढ़ के इस समय क्षेत्र का संपर्क पूरे जिले से कट जाता है. वहीं क्षेत्र में शांति रहने की वजह से पीस कमेटी की बैठक, पैदल गस्त, बैंक चेकिंग जैसे मामलों में पुलिस की ड्यूटी भी नहीं लगती है.

ग्राम प्रधान ने कहा-
ग्राम प्रधान विनय कुमार सिंह का कहना है कि यहां जनता में काफी सामंजस्य व्याप्त है. किसी तरह का कोई विवाद नहीं है. जमीन के छोटे मामले आते हैं तो लोग आपस में बैठकर मामले का सुलह कर लेते हैं. यह गांव जिला तहसील मुख्यालय से न जुड़ने के कारण काफी पिछड़ा हुआ है. मेरी गांव वालों की तरफ से यह मांग है कि गांव को मुख्याल से जोड़ा जाए.

एसपी रोहित सिंह सजवान ने चौकी बरवा गांव का दौरा कर लोगों से उनका हालचाल पूछा. उन्होंने बताया कि भौगोलिक दृष्टि से भी यहां अपराध काफी कम है. इसलिए कोई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है.

Intro:यूपी के महाराजगंज जिले में एक था ना ऐसा है जहां पिछले 5 वर्षों में एक भी गंभीर धाराओं में एफ आई आर दर्ज नहीं हुआ है इस थाना क्षेत्र में कोई गंभीर अपराध नहीं होने से पुलिस कर्मियों के लिए यहां काम ना के बराबर होता है पिछले 5 सालों में यहां के जीडी में हत्या लूट डकैती व फिरौती के एक भी मुकदमे नहीं लिखे गए हैं वर्ष 2002 में महाराजगंज जिले के सोहगी बरवा थाने की स्थापना की गई थी थाने में एक सब इंस्पेक्टर 8 कांस्टेबल समेत 11 पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं बरसात के दिनों में बाढ़ के कारण सड़क मार्ग से थाने का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट जाता है इस थाने को 3 गांव की 12000 आबादी की सुरक्षा के लिए बनाया गया था


Body:यूपी और बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर आए दिन हो हल्ला होता है लेकिन यूपी में एक ऐसा भी थाना है जहां पिछले 5 वर्ष से किसी गंभीर मामले का एक भी एफ आई आर दर्ज नहीं है यहां कोई अपराध नहीं होने से पुलिस कर्मियों के लिए यहां काम न के बराबर होता है जो कि वह अपने पीहर रास्तों और जिला मुख्यालय से लगभग 75 किलोमीटर दूरी के कारण पुलिस कर्मी यहां अपनी पोस्टिंग को काला पानी के रूप में देखता है थाने पर केवल आबकारी और एमवी एक्ट के ही कुछ मामले सामने आए हैं जीडी में हत्या लूट डकैती व फिरौती के एक भी मुकदमे नहीं लिखे गए हैं 3 गांव के स्थानीय पर आम लोग भी जाना पसंद नहीं करते पुलिस वालों को मुकदमा दर्ज करने के लिए महीने बीत जाते हैं इस थाने में पिछले 5 वर्षों में 46 आबकारी व एमवी एक्ट मुकदमें लिखे गए इस वर्ष केवल पांच मुकदमा दर्ज है वह भी आबकारी एक्ट के गुंडा गैंगस्टर इनामी और वांछित बदमाशों का कालम वर्षों से खाली है बाढ़ के इस समय क्षेत्र का संपर्क पूरे जिले से कट जाता है वहीं क्षेत्र में शांति रहने की वजह से पीस कमेटी की बैठक पैदल गस्त बैंक चेकिंग और गेस्ट जैसे पुलिस की ड्यूटी भी नहीं लगती एसपी रोहित सिंह सजवान ने चौकी बरवा गांव का दौरा कर लोगों से उनका हालचाल पूछा और बताया कि भौगोलिक दृष्टि से भी यहां अपराध काफी कम है इसलिए कोई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है


Conclusion:पहले नेपाल राष्ट्र और फिर बिहार जाकर कच्चे रास्ते से वापस आने के बाद यूपी का एक इलाका बसता है इस गांव को सोगी वर्मा कहते हैं दो तरफ नदी और तीसरी तरफ सोगी बरवा वन्य जीव प्रभाग का व्यापक क्षेत्र यहां की भौगोलिक स्थिति है यही वजह है कि यहां के थाने पर अपराध न के बराबर हैं और लोग एक दूसरे से मिलकर रहते हैं तभी तो 5 वर्षों में एक भी गंभीर अपराध नहीं हुआ जिसको लेकर यहां के थाने में कोई मुकदमा नहीं दर्ज हुआ इस थाने में पिछले 5 वर्षों में जो भी एफ आई आर दर्ज हुआ है वह आबकारी एक्ट में या तो एमवी एक्ट में हुआ है यहां के लोगों का मानना है कि अगर छोटे-मोटे विवाद भी होते हैं तो आपस में समझौता कर लिया जाता है जिससे थाने नहीं जाना पड़ता है
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.