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महराजगंज में साइबर हैकरों की मदद करने वाला गैंग गिरफ्तार, भेजे गए जेल

पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि साइबर अपराध से जुड़ा एक बड़ा गैंग जनपद के निचलौल तहसील स्थित मारवाड़ी मोहल्ले में एक ग्राहक सेवा केंद्र संचालित कर रहा है. इसी सूचना के आधार पर सेवा केंद्र से निकल रहे दो लोगों को पकड़ लिया गया.

महराजगंज में साइबर हैकरों की मदद करने वाला गैंग गिरफ्तार, भेजे गए जेल
महराजगंज में साइबर हैकरों की मदद करने वाला गैंग गिरफ्तार, भेजे गए जेल
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Published : Jan 5, 2022, 5:07 PM IST

Updated : Jan 5, 2022, 5:39 PM IST

महराजगंज : जनपद की साइबर सेल एवं निचलौल पुलिस की संयुक्त टीम ने साइबर हैकरों की मदद में जुड़े एक बड़े गैंग का खुलासा किया है. यह गैंग नेपाली नागरिकों के फर्जी आधार कार्ड बनाकर उसके जरिए पैन कार्ड, सिम कार्ड हासिल कर बैंक में खाता खोल देता था. इसके बाद इस डाटा को साइबर हैकरों को उपलब्ध करा देता था.

इससे साइबर हैकर फर्जी बैंक खाते के जरिए लोगों से लाखों की ठगी किया करते थे. पुलिस ने इस गैंग से जुड़े दो लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल है. वहीं, इस गैंग के कई सदस्य फरार हैं जिसकी खोजबीन की जा रही है. पुलिस ने इनके कब्जे से भारी मात्रा में फर्जी आधार कार्ड, कई दर्जन सिम सहित लैपटॉप समेत विभिन्न उपकरण व दस्तावेज बरामद किए हैं.

महराजगंज में साइबर हैकरों की मदद करने वाला गैंग गिरफ्तार, भेजे गए जेल

पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि साइबर अपराध से जुड़ा एक बड़ा गैंग जनपद के निचलौल तहसील स्थित मारवाड़ी मोहल्ले में एक ग्राहक सेवा केंद्र संचालित कर रहा है. इसी सूचना के आधार पर सेवा केंद्र से निकल रहे दो लोगों को पकड़ लिया गया. इनके कब्जे से एक दर्जन से ज्यादा सिम कार्ड, नेपाली पासपोर्ट, नकदी एवं अन्य दस्तावेज बरामद हुए.

यह भी पढ़ें : महराजगंज पुलिस ने किया अवैध असलहा फैक्ट्री का भंडाफोड़, मौके से दो अंतरजनपदीय असलहा तस्कर गिरफ्तार

पूछताछ में दोनों युवकों ने बताया कि वह लोग ग्राहक सेवा केंद्र के मालिक धर्मेंद्र चौधरी के साथ मिलकर नेपाली नागरिकों को धन का प्रलोभन देकर उनके फर्जी आधार कार्ड बनाते हैं. इसके बाद उसी आधार कार्ड से सिम कार्ड और पैन कार्ड भी बनवाकर फर्जी तरीके से बैंक में खाता खोलते हैं. बैंक में खुले खातों को वह लोग झारखंड सहित अन्य प्रदेशों में साइबर हैकरों बैंक का खाता उपलब्ध कराते थे.

इसके बदले भारी धन मिलता था. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पकड़ा गया गैंग नेपाली नागरिकों को 5 हजार रुपये देकर फर्जी तरीके से उनका आधार कार्ड बनाते थे. इसके बाद आधार कार्ड कि जरिए सिम कार्ड और पैन कार्ड बनाकर बैंक में खाता खोलते थे. उसे अन्य प्रदेश में मौजूद साइबर अपराध से जुड़े हैकरों को उपलब्ध कराते थे. इसके जरिए हैकर ठगी का काम करते थे. पूछताछ में इस गैंग के कई अन्य सदस्यों का नाम भी सामने आया है जिनकी तलाश की जा रही है.

महराजगंज : जनपद की साइबर सेल एवं निचलौल पुलिस की संयुक्त टीम ने साइबर हैकरों की मदद में जुड़े एक बड़े गैंग का खुलासा किया है. यह गैंग नेपाली नागरिकों के फर्जी आधार कार्ड बनाकर उसके जरिए पैन कार्ड, सिम कार्ड हासिल कर बैंक में खाता खोल देता था. इसके बाद इस डाटा को साइबर हैकरों को उपलब्ध करा देता था.

इससे साइबर हैकर फर्जी बैंक खाते के जरिए लोगों से लाखों की ठगी किया करते थे. पुलिस ने इस गैंग से जुड़े दो लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल है. वहीं, इस गैंग के कई सदस्य फरार हैं जिसकी खोजबीन की जा रही है. पुलिस ने इनके कब्जे से भारी मात्रा में फर्जी आधार कार्ड, कई दर्जन सिम सहित लैपटॉप समेत विभिन्न उपकरण व दस्तावेज बरामद किए हैं.

महराजगंज में साइबर हैकरों की मदद करने वाला गैंग गिरफ्तार, भेजे गए जेल

पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि साइबर अपराध से जुड़ा एक बड़ा गैंग जनपद के निचलौल तहसील स्थित मारवाड़ी मोहल्ले में एक ग्राहक सेवा केंद्र संचालित कर रहा है. इसी सूचना के आधार पर सेवा केंद्र से निकल रहे दो लोगों को पकड़ लिया गया. इनके कब्जे से एक दर्जन से ज्यादा सिम कार्ड, नेपाली पासपोर्ट, नकदी एवं अन्य दस्तावेज बरामद हुए.

यह भी पढ़ें : महराजगंज पुलिस ने किया अवैध असलहा फैक्ट्री का भंडाफोड़, मौके से दो अंतरजनपदीय असलहा तस्कर गिरफ्तार

पूछताछ में दोनों युवकों ने बताया कि वह लोग ग्राहक सेवा केंद्र के मालिक धर्मेंद्र चौधरी के साथ मिलकर नेपाली नागरिकों को धन का प्रलोभन देकर उनके फर्जी आधार कार्ड बनाते हैं. इसके बाद उसी आधार कार्ड से सिम कार्ड और पैन कार्ड भी बनवाकर फर्जी तरीके से बैंक में खाता खोलते हैं. बैंक में खुले खातों को वह लोग झारखंड सहित अन्य प्रदेशों में साइबर हैकरों बैंक का खाता उपलब्ध कराते थे.

इसके बदले भारी धन मिलता था. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पकड़ा गया गैंग नेपाली नागरिकों को 5 हजार रुपये देकर फर्जी तरीके से उनका आधार कार्ड बनाते थे. इसके बाद आधार कार्ड कि जरिए सिम कार्ड और पैन कार्ड बनाकर बैंक में खाता खोलते थे. उसे अन्य प्रदेश में मौजूद साइबर अपराध से जुड़े हैकरों को उपलब्ध कराते थे. इसके जरिए हैकर ठगी का काम करते थे. पूछताछ में इस गैंग के कई अन्य सदस्यों का नाम भी सामने आया है जिनकी तलाश की जा रही है.

Last Updated : Jan 5, 2022, 5:39 PM IST
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