महराजगंज: जिले में क्वारंटाइन हुए लोगों के परिजनों ने जिला प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे परिवार के लोगों के लिए खाने-पीने तक की सुविधा नहीं की गई है, जिसके कारण वहां रह रहे लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
दरअसल, जिले के पनियरा थाना क्षेत्र के रतनपुरवा गांव में कोरोना पॉजिटिव मरीज को क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती किया गया है. इसी के मद्देनजर उसके संपर्क में आने वाले दारोगा, ग्राम प्रधान सहित कई लोगों का नमूना जांच के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर भेज गया गया है. रिपोर्ट आने तक सभी लोगों को जिला महिला अस्पताल में क्वारंटाइन किया गया है. क्वारंटाइन हुए ग्राम प्रधान के परिजनों ने बताया कि क्वारंटाइन सेंटर में समय से खाने-पीने की कोई भी सामग्री नहीं दी जा रही है.
वहीं रतनपुवा क्षेत्र पंचायत सदस्य अमरनाथ निषाद का कहना है कि कोरोना पॉजिटिव मरीज की पत्नी, बेटी और चाचा का रिपोर्ट निगेटिव आई है. पाॅजिटिव मरीज के पड़ोसी और ग्राम प्रधान सहित 15 लोगों को महिला जिला अस्पताल में क्वारंटाइन किया गया है, जिसमें बच्चे भी शामिल हैं. क्वारंटाइन सेंटर में दोपहर को दो बजे चाय मिलती है. भूख से बेहाल बच्चों को खाना भी नहीं मिल रहा है. खाना न मिलने से लोग और बीमार हो रहे हैं. भूख से बेहाल बच्चे क्वारंटाइन सेंटर की छत से कूदने भी जा रहे थे, जिनके परिजनों ने किसी तरह से समझा-बुझाकर उन्हें बचा लिया.
कोरोना पाॅजिटिव मरीज मिलने के बाद से गांव के सभी सड़कों को सील कर दिया गया है. लोग नमक, दाल और तेल तक लेने के लिए मोहताज हो गए हैं. आज तक इस गांव में जिला प्रशासन के द्वारा कोई भी राहत सामग्री नहीं दी गई है.
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