महराजगंज : जिले के 27 ग्राम पंचायतों के सचिवों के सीआरएस साफ्टवेयर के यूजर आईडी के जरिए गलत तरीके से अवैध जन्म प्रमाण पत्र बनाने का मामला सामने आया है. इस प्रकरण में जांच के बाद डीपीआरओ के निर्देश पर एडीपीआरओ सुधीर कुमार सिंह ने कोतवाली में केस दर्ज कराया है. पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज जांच शुरू कर दी है. कई आनलाइन कार्य करने वाले पुलिस की रडार पर आ गए हैं.
कई ग्राम पंचायतों में फर्जीवाड़ा : जिला पंचायत राज अधिकारी के निर्देश पर प्रभारी एडीपीआरओ ने सदर कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि जिले के 27 ग्राम पंचायतों की सीआरएस साफ्टवेयर के यूजर आईडी का प्रयोग करके जनवरी 2022 से मार्च 2022 के बीच अत्यधिक संख्या में जन्म प्रमाण पत्र जारी हुए हैं. इन ग्राम पंचायतों के रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) सचिव के अनुसार उनके द्वारा इस अवधि में अपने ग्राम पंचायतों के सीआरएस साफ्टवेयर के यूजर आईडी का प्रयोग नहीं किया गया है. ग्राम पंचायतों के सचिवों के मुताबिक अमड़ा उर्फ झुलनीपुर, बिलासपुर, बिरैचा, महदेवा, ऊंटी खास, जंगल जोगियाबारी, बभनी, बैकुंठपुर, महदेइया, मर्यादपुर, भरौली बुजुर्ग, जमुहरा कला, सोनवल, लुटहवा, खैरहवा जंगल, मनिकापुर, जिगिनिहवा, महुअवा, पिपरा, रामनगर, खालिकगढ़, बहड़रामीर, बांसपार मिश्र, बेलराई, गोनहा, विशुनपुर फुलवरिया व बसंतपुर में ग्राम सचिव की यूजर आईडी व पासवर्ड का फर्जी तरीके से प्रयोग कर जन्म से अधिक संख्या में जन्म प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया.
पुलिस ने शुरू की जांच : जांच में यह भी जानकारी सामने आई कि अज्ञात लोगों द्वारा कुछ ग्राहक सेवा केन्द्रों पर फर्जी वेबसाइट बनाकर फर्जी तरीके से कूटरचना करते हुए वेबसाइट से फर्जी तरीके से जन्म प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया. सही जन्म प्रमाण पत्र का पूर्ण रूप से नकल किया गया है. इस मामले में कोतवाल रवि कुमार रॉय ने बताया कि तहरीर के आधार पर अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी व आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है. विधिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है.
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