महराजगंज: भ्रष्टाचार की शिकायत पर लोकायुक्त की जांच टीम बृजमनगंज ब्लॉक के ग्राम खड़खोड़ा पंहुची. मनरेगा, राज्य वित्त और प्रधानमंत्री आवास योजना में हुए धांधली (Prime Minister's Housing Scheme) की शिकायत पर गठित जांच टीम ने गांव में पहुंच कर स्थलीय सत्यापन कर रिपोर्ट लगाई. जिसको लेकर के ब्लॉक कर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है. आरोप है कि निर्माण कार्यों में लाखों रुपये की हेराफेरी की गई.
जिले के बृजमनगंज ब्लॉक स्थित ग्राम खड़खोड़ा में हुए भ्रष्टाचार की शिकायत पर लोकायुक्त की जांच टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की. जांच टीम के पहुंचते ही गांव में हड़कंप मच गया. जांच टीम आने की खबर से ब्लॉक के अधिकारियों में भी हड़कंप की स्थिति रही. आरोप है कि शौचालय एवं नाली खड़ंजा निर्माण में लाखों रुपये की हेराफेरी की गई.
ग्राम प्रधान द्वारा पिछले 5 साल में विभिन्न मदों से किए गए विकास कार्यों (Corruption in the name of development works) में की गई धांधली की शिकायत गांव के ही एक व्यक्ति ने की थी, जिसके बाद लोकायुक्त के निर्देश पर एक जांच टीम का गठन किया गया. जांच के लिए देवरिया के जिला पंचायत अधिकारी, सहायक अभियोजन अधिकारी और जिला प्रोबेशन अधिकारी की एक जांच टीम गठित हुई. यह जांच टीम आज खड़खोडा गांव में पंहुची.
शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में तत्कालीन ग्राम प्रधान प्रदीप सिंह के ऊपर मनरेगा, राज्य वित्त और प्रधानमंत्री आवास के कामों में भारी धांधली किए जाने का गंभीर आरोप लगाए हैं. मौके पर पहुंची लोकायुक्त की जांच टीम ने तत्कालीन ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सचिव और शिकायतकर्ता का बयान दर्ज किया. साथ में जांच के साक्ष्य और आवश्यक दस्तावेजों को अपने साथ ले गए. शिकायतकर्ता द्वारा एक तरफ जहां ग्राम प्रधान पर विकास कार्यों में भयंकर धांधली की बात कहीं गई. वहीं, आरोपित ग्राम प्रधान ने शिकायतकर्ता के सभी आरोपों को राजनीतिक और निराधार बताया है.
इसे भी पढ़ें-पीएम आवास योजना के बिचौलिए की अब खैर नहीं, सीएम योगी की टीम कर रही तलाश
हालांकि जांच टीम का नेतृत्व कर रहे टीम के एक सदस्य का कहना था कि आज अंतिम जांच के लिए यह टीम यहां आई है, जिसके आधार पर ग्राम प्रधान के कार्यों का अंतिम रिपोर्ट दर्ज कर लोकायुक्त को प्रेषित किया जाएगा. वहीं, शिकायतकर्ता का कहना है कि जांच टीम ने उसकी पूरी बात नहीं सुनी है. अब इस पूरे मामले में देखना है कि आखिरकार इस जांच के बाद क्या निष्कर्ष निकल कर सामने आता है.