मुजफ्फरनगर : जिले में नवीन मंडी स्थल पर सोमवार को भाकियू की पहली महापंचायत का आयोजन किया गया. महापंचायत में किसान हित में कई प्रस्ताव पास किए गए. इस दौरान भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता व किसान नेता राकेश टिकैत ने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कि किसानों के हितों के लिए संयुक्त मोर्चे द्वारा एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किया गया है, जिसमें गन्ने के रेट बढ़ाने, बिजली बिल भुगतान और भूमि अधिग्रहण कानून के खिलाफ आवाज उठाने के लिए कार्रवाई की मांग की गई है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार इन प्रस्तावों को नहीं मानती तो किसान संगठन बड़ा आंदोलन करेंगे.
उन्होंने कहा कि एक बड़ी पंचायत का आयोजन किया गया है. यह पंचायत करीब 15 वर्षों बाद हो रही है. इसमें किसानों के सभी प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की गई है. उनका आरोप था कि किसानों के मामलों को लेकर अधिकारियों की ओर से सुनवाई नहीं हो रही है, जिससे किसान और अधिक परेशान हो रहे हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं होता है तो किसान संगठन आंदोलन को और तेज करेंगे और सरकार को अपनी बात मानने पर मजबूर कर डालेंगे.
उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर में आयोजित किसान/मजदूर महापंचायत हिस्सा लिया और पंचायत में पहुंची किसान सरदारी को सम्बोधित किया।
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) February 17, 2025
किसान एकजुट होकर सरकार की किसान विरोधी नीतियों का मुकाबला करने के लिए तैयार है सरकार उनकी सभी मांगे मानने का काम करें।@OfficialBKU @ANI pic.twitter.com/12398s71xh
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाल ही में बागपत आए और बगैर गन्ना मूल्य घोषित किए चले गए. उन्होंने कहा कि इससे यह दर्शाता है कि किसान आंदोलन में कमजोरी आई है और अब बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहो. डीएम, एसएसपी कार्यालय व आवास घेरने पड़ेंगे. उन्होंने कहा कि किसानों को चारों ओर से फंसा लिया है और स्थिति ऐसी हो गई है कि किसान जान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि सीजन खत्म होने को है और गन्ना मूल्य घोषित नहीं हुआ. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान समस्याओं से जूझ रहे हैं, लेकिन अधिकारी उनकी परेशानियों को नजरअंदाज कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि अधिकारियों को किसानों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए, न कि उनकी बेइज्जती करना और उनकी आवाज दबाने की कोशिश करनी चाहिए.