महराजगंज: जनपद के भारत नेपाल की सोनौली बॉर्डर एवं नौतनवा पर फंसे 868 नेपाली नागरिकों को शुक्रवार को नेपाल भेज दिया गया. इन सभी लोगों को जिले के अलग-अलग क्वारंटीन सेंटर में रखा गया था और क्वारंटीन अवधि पूरी होने के बाद इन्हें इनके देश भेज दिया गया. इस दौरान सीमा पर दोनों देशों के जनप्रतिनिधि, स्वास्थ्य विभाग, एसएसबी, पुलिस एवं प्रशासन की टीमें मौजूद रहीं. डीएम ने बताया कि अभी भी जो नेपाली नागरिक जिले में फंसे हुए हैं, उन्हें भी जल्द ही उनके वतन भेजा जाएगा.
देश में लॉकडाउन की घोषणा होने से भारत-नेपाल की सीमाओं को सील कर पब्लिक मोमेंट्स पर पूरी तरह रोक लगा दी गई थी. जिसके बाद देश के विभिन्न प्रदेशों से अपने घर लौट रहे नेपाली कामगार सोनौली सीमा पर फंस गए. महराजगंज जिला प्रशासन द्वारा उन्हें विभिन्न क्वारंटाइन सेंटरों में रखकर खाने-पीने सहित स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई थी. इनमें से 868 नेपाली नारगिकों को क्वारंटाइन अवधि पूरा होने पर शुक्रवार को नेपाल भेज दिया गया. जिला प्रशासन द्वारा इन सभी नागरिकों के बारे में नेपाली प्रशासन को सूचना दे दी गई थी.
डिप्टी एसपी राजू कुमार साव ने बताया कि सीमा क्षेत्र में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में नेपाली नागरिक रह रहे हैं. नेपाली प्रशासन से वार्ता के बाद क्वारंटीन की अवधि पूरी करने वाले 868 नागरिकों को उनके वतन भेजा गया. अन्य नेपाली नागरिकों को भी जल्द ही भेजने की कार्रवाई की जाएगी.