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लखनऊ: बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों की ब्रांडिंग करेगी योगी सरकार - प्रेरणा ऐप

यूपी के बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों की स्थिति सुधारने के लिए योगी सरकार स्कूलों की ब्रांडिंग करेगी. निजी क्षेत्र के अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों को टक्कर देने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों को बेहतर बनाने की तैयारी चल रही है. इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने कई अहम कदम उठाए हैं.

प्राथमिक विद्यालयों की होगी ब्रांडिंग.
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Published : Oct 14, 2019, 9:02 PM IST

लखनऊः निजी क्षेत्र के अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों को टक्कर देने के लिए उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों को बेहतर बनाने की तैयारी चल रही है. इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने कई अहम कदम उठाए हैं. मसलन बेसिक शिक्षा विभाग के अध्यापकों और बच्चों की प्रतिभा को धार देने के लिए प्रेरणा मैगजीन का प्रकाशन, पैरेंट टीचर मीटिंग, योगा और खेलकूद जैसे कार्यक्रमों को अनिवार्य कर दिया गया है. बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने प्राथमिक विद्यालयों के सुधार का बीड़ा उठाया है. वह खुद अपने स्तर पर इस संबंध में रुचि ले रहे हैं.

प्राथमिक विद्यालयों की होगी ब्रांडिंग.

प्रेरणा ऐप के बाद प्रेरणा मैगजीन
प्रेरणा ऐप के बाद अब बेसिक शिक्षा विभाग ने एक प्रेरणा मैगजीन शुरू करने जा रहा है. यह पत्रिका मासिक स्तर पर निकाली जाएगी. साथ ही उनकी अतिरिक्त एक्टिविटी को भी समाचार के रूप में, इस पत्रिका में स्थान मिलेगा. जो लोग समाज को आगे ले जाने के लिए बेहतर प्रयास कर रहे हैं, उनको प्रोत्साहित करने के लिए विभाग उस तरह की घटनाओं को भी इस पत्रिका में प्रकाशित किया जाएगा.

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बेसिक शिक्षा विभाग पहली बार राष्ट्रीय संगोष्ठी करेगा
बेसिक शिक्षा विभाग उस मिथक को तोड़ने जा रहा है, जिसमें कहा जाता रहा है कि बेसिक शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा में ही संगोष्ठी होती है. प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों और विभागीय अधिकारियों के लिए 22 और 23 दिसंबर को एक राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की जाएगी. इसमें बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक, विभाग से जुड़े हुए अधिकारी और देश के शिक्षा जगत में योगदान देने वाले शिक्षकों और अन्य बुद्धिजीवियों को आमंत्रित किया जाएगा.

पढे़ं- सहारनपुर: जर्जर छतों के नीचे पल रहा है प्राथमिक स्कूलों के बच्चों का 'भविष्य'

प्राथमिक स्कूलों में पैरेंट टीचर मीटिंग और वार्षिकोत्सव
बेसिक स्कूलों में पहली बार पैरेंट-टीचर मीटिंग अनिवार्य कर दी गई है. महीने के पहले सोमवार को पैरेंट-टीचर मीटिंग होगी. इसके साथ ही अब हर साल फरवरी माह में प्रत्येक विद्यालय में वार्षिक उत्सव का आयोजन किया जाएगा. जनवरी में तीन से 10 जनवरी के बीच अभिव्यक्ति का आयोजन किया जाएगा. अगर बच्चे चित्र बनाने, लेखन करने, भाषण कला में रुचि रखते हैं तो उसे उस तरह का प्लेटफार्म दिया जाएगा. इसके लिए हर साल एक महापुरुष का चयन किया जाएगा. उनके व्यक्तित्व, कृतित्व पर सभी आयोजन, प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी.

नियमित गतिविधियों में सुधार लाने के साथ ही हमने कई नए कदम उठाए हैं, ताकि हमारे विभाग में जो प्रतिभाएं छिपी हुई थी. वह चाहे छात्र-छात्राएं और शिक्षकों की हों निखर कर बाहर आ सके. विभाग की नकारात्मक छवि को समाप्त करने और सकारात्मक छवि बनाने की दिशा में हम निरंतर आगे बढ़ रहे हैं.

-सतीश द्विवेदी, बेसिक शिक्षा मंत्री

लखनऊः निजी क्षेत्र के अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों को टक्कर देने के लिए उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों को बेहतर बनाने की तैयारी चल रही है. इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने कई अहम कदम उठाए हैं. मसलन बेसिक शिक्षा विभाग के अध्यापकों और बच्चों की प्रतिभा को धार देने के लिए प्रेरणा मैगजीन का प्रकाशन, पैरेंट टीचर मीटिंग, योगा और खेलकूद जैसे कार्यक्रमों को अनिवार्य कर दिया गया है. बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने प्राथमिक विद्यालयों के सुधार का बीड़ा उठाया है. वह खुद अपने स्तर पर इस संबंध में रुचि ले रहे हैं.

प्राथमिक विद्यालयों की होगी ब्रांडिंग.

प्रेरणा ऐप के बाद प्रेरणा मैगजीन
प्रेरणा ऐप के बाद अब बेसिक शिक्षा विभाग ने एक प्रेरणा मैगजीन शुरू करने जा रहा है. यह पत्रिका मासिक स्तर पर निकाली जाएगी. साथ ही उनकी अतिरिक्त एक्टिविटी को भी समाचार के रूप में, इस पत्रिका में स्थान मिलेगा. जो लोग समाज को आगे ले जाने के लिए बेहतर प्रयास कर रहे हैं, उनको प्रोत्साहित करने के लिए विभाग उस तरह की घटनाओं को भी इस पत्रिका में प्रकाशित किया जाएगा.

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बेसिक शिक्षा विभाग पहली बार राष्ट्रीय संगोष्ठी करेगा
बेसिक शिक्षा विभाग उस मिथक को तोड़ने जा रहा है, जिसमें कहा जाता रहा है कि बेसिक शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा में ही संगोष्ठी होती है. प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों और विभागीय अधिकारियों के लिए 22 और 23 दिसंबर को एक राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की जाएगी. इसमें बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक, विभाग से जुड़े हुए अधिकारी और देश के शिक्षा जगत में योगदान देने वाले शिक्षकों और अन्य बुद्धिजीवियों को आमंत्रित किया जाएगा.

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प्राथमिक स्कूलों में पैरेंट टीचर मीटिंग और वार्षिकोत्सव
बेसिक स्कूलों में पहली बार पैरेंट-टीचर मीटिंग अनिवार्य कर दी गई है. महीने के पहले सोमवार को पैरेंट-टीचर मीटिंग होगी. इसके साथ ही अब हर साल फरवरी माह में प्रत्येक विद्यालय में वार्षिक उत्सव का आयोजन किया जाएगा. जनवरी में तीन से 10 जनवरी के बीच अभिव्यक्ति का आयोजन किया जाएगा. अगर बच्चे चित्र बनाने, लेखन करने, भाषण कला में रुचि रखते हैं तो उसे उस तरह का प्लेटफार्म दिया जाएगा. इसके लिए हर साल एक महापुरुष का चयन किया जाएगा. उनके व्यक्तित्व, कृतित्व पर सभी आयोजन, प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी.

नियमित गतिविधियों में सुधार लाने के साथ ही हमने कई नए कदम उठाए हैं, ताकि हमारे विभाग में जो प्रतिभाएं छिपी हुई थी. वह चाहे छात्र-छात्राएं और शिक्षकों की हों निखर कर बाहर आ सके. विभाग की नकारात्मक छवि को समाप्त करने और सकारात्मक छवि बनाने की दिशा में हम निरंतर आगे बढ़ रहे हैं.

-सतीश द्विवेदी, बेसिक शिक्षा मंत्री

Intro:लखनऊ: बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों की ब्रांडिंग करेगी योगी सरकार

लखनऊ। निजी क्षेत्र के अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों को टक्कर देने के लिए उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों को बेहतर बनाने की तैयारी चल रही है। योगी सरकार बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों की ब्रांडिंग करेगी। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने कई अहम कदम उठाए हैं। मसलन बेसिक शिक्षा विभाग के अध्यापकों और बच्चों की प्रतिभा को धार देने के लिए प्रेरणा मैगजीन का प्रकाशन, पैरेंट टीचर मीटिंग, योगा और खेलकूद जैसे कार्यक्रमों को अनिवार्य कर दिया गया है। बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने प्राथमिक विद्यालयों के सुधार का वीणा उठाया है। वह खुद अपने स्तर पर इस सम्बंध में रुचि ले रहे हैं। देखना दिलचस्प होगा कि जिस बेसिक शिक्षा विभाग में भ्रस्टाचार की चर्चाओं की वजह से योगी सरकार को दो-चार होना पड़ा था, उसी विभाग को सरकार का बेहतर मुखौटा बनाने का प्रयास कितना कारगर होगा।


Body:प्रेरणा एप के बाद प्रेरणा मैगजीन

प्रेरणा एक के बाद अब बेसिक शिक्षा विभाग ने एक प्रेरणा मैगजीन शुरू करने जा रहा है। यह पत्रिका मासिक स्तर पर निकाली जाएगी इसमें शिक्षक शिक्षिकाओं के साथ-साथ बेसिक स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को भी अवसर प्रदान किया जाएगा। साथ ही उनकी अतिरिक्त एक्टिविटी को भी समाचार के रूप में इस पत्रिका में स्थान मिलेगा। जो लोग समाज को आगे ले जाने के लिए बेहतर प्रयास कर रहे हैं, उनको प्रोत्साहित करने के लिए विभाग उस तरह की घटनाओं को भी इस पत्रिका में प्रकाशित करेगा।

बेसिक शिक्षा विभाग पहली बार राष्ट्रीय संगोष्ठी करेगा

बेसिक शिक्षा विभाग उस मिथक को तोड़ने जा रहा है जिसमें कहा जाता रहा है कि बेसिक शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा में ही संगोष्ठी होती है। इस मिथक को तोड़ते हुए बेसिक शिक्षा विभाग की एक राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की जाएगी। प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों और विभागीय अधिकारियों के लिए 22 और 23 दिसंबर को एक राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की जाएगी। इसमें बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षक, विभाग से जुड़े हुए अधिकारी और देश के शिक्षा जगत में योगदान देने वाले शिक्षकों व अन्य बुद्धिजीवियों को आमंत्रित किया जाएगा। देशभर के शिक्षकों से सुझाव लिया जाएगा और उनके सुझावों के आधार पर उत्तर प्रदेश सरकार बेसिक शिक्षा विभाग को और बेहतर करेगी।

प्राथमिक स्कूलों में पैरेंट टीचर मीटिंग और वार्षिकोत्सव

बेसिक स्कूलों में पहली बार पैरंट टीचर मीटिंग अनिवार्य कर दी गई है। महीने के पहले सोमवार को पर टीचर मीटिंग होगी। इसके साथ ही अब हर साल फरवरी माह में प्रत्येक विद्यालय में वार्षिक उत्सव का आयोजन किया जाएगा। सरकार इस कार्यक्रम के माध्यम से कान्वेंट स्कूलों को टक्कर देने के साथ ही अभिभावकों में सरकारी स्कूलों के प्रति रुझान बढ़ाना चाह रही है।

जनवरी में तीन से 10 जनवरी के बीच अभिव्यक्ति का आयोजन किया जाएगा। विशेष पहचान रखने वाले बच्चों के लिए होगा। अगर वह चित्र बनाने, लेखन करने, भाषण कला में रुचि रखता है तो उसे उस तरह का प्लेटफार्म दिया जाएगा। इसके लिए हर साल एक महापुरुष का चयन किया जाएगा। उनके व्यक्तित्व कृतित्व पर सभी आयोजन, प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इस बार स्वामी विवेकानंद के व्यक्तित्व पर या कार्यक्रम किया जाएगा। स्वामी विवेकानंद पर सभी प्रतियोगिताएं केंद्रित होंगी। इसके साथ ही विवेकानंद जी की जयंती 12 जनवरी को हर वर्ष शिक्षा विभाग के स्कूलों में विशेष आयोजन किया जाएगा।


बाईट- बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने बताया कि नियमित गतिविधियों में सुधार लाने के साथ ही हम कई नए कदम उठाए हैं। ताकि हमारे विभाग में जो प्रतिभाएं छिपी हुई थी, वह चाहे छात्र छात्राएं या शिक्षकों की हों। विभाग की नकारात्मक छवि को समाप्त करने और सकारात्मक छवि बनाने की दिशा में हम निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय में प्रार्थना से पूर्व 15 मिनट का योगा अनिवार्य किया गया है। ताकि हर बच्चा प्रदेश का स्वस्थ हो, खुशहाल हो। बेसिक स्कूलों में खेलो इंडिया को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। स्कूल बंद होने के वक्त खेलकूद के लिए एक पीरियड निर्धारित किया गया है। इससे बच्चों की खेलकूद के प्रति रुचि बढ़ेगी। हमारे प्रदेश की प्रतिभाएं खेल के क्षेत्र में भविष्य में अपना नाम रोशन करेंगी। प्रदेश का नाम रोशन करेंगी।


Conclusion:
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