लखनऊ: सीएम योगी द्वारा महिला अपराध पर रोकथाम के लिए जारी फरमान के मुताबिक, बच्चियों के साथ छेड़खानी करने वाले और यौन अपराध करने वाले अपराधियों के पोस्टर चौहारों पर लगाए जाएंगे. मामले में राजधानी के कपूरथला स्थित छात्रावास में रहने वाली छात्राओं से बातचीत की गई. छात्राओं का कहना है कि योगी सरकार के इस फैसले से वे काफी खुश हैं, लेकिन सबसे जरूरी बात कि इस बात पर स्थानीय अधिकारियों को अमल करने की जरूरत है.
छात्राओं का कहना है कि सरकार के नियमों पर अधिकारियों को अमल करने की जरूरत है. प्रदेश सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए हेल्पलाइन 1090 और एंटी रोमियो स्क्वॉयड जैसी सुविधाएं दी हैं, लेकिन बिना अधिकारियों के सहयोग से कोई भी प्रणाली सही तरीके से संचालित नहीं होगी.
उनका कहना है कि अगर सेवाएं निरंतर रूप से चलती रहीं तो निश्चित ही महिला अपराध में कमी लाई जा सकती है. अपराधियों के पोस्टर को चौराहे पर लगाने से कुछ नहीं होगा. अधिकारियों को भी महिलाओं से जुड़े अपराधों पर बराबर कार्रवाई करनी पड़ेगी, ताकि अपराधियों के अंदर पुलिस का डर बना रहे.
बता दें कि गुरुवार को योगी सरकार ने प्रदेश में महिलाओं, लड़कियों और बच्चियों से छेड़खानी, दुर्व्यवहार, अपराध व यौन अपराध करने वाले अपराधियों के खिलाफ एक फरमान जारी किया था. जारी फरमान के मुताबिक, महिला अपराध में संलिप्त अपराधियों के पोस्टर को संबंधित जिलों के चौराहों पर लगाए जाएंगे. योगी सरकार ने गृह व पुलिस विभाग के आला अधिकारी के अफसरों को निर्देशित किया था.
साथ ही ऐसे अपराधियों के खिलाफ एंटी रोमियो स्क्वॉयड की तर्ज पर प्रभावी अभियान चलाकर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया. मुख्यमंत्री ने सीएए हिंसा की तर्ज पर ऐसे अपराधियों की फोटो सार्वजनिक स्थल पर चस्पा करने का निर्देश देने के साथ ही उनके मददगार लोगों को नाम भी उजागर करने के लिए कहा. सीएम योगी ने यह भी कहा कि जहां तक संभव हो सके, महिलाओं के अपराधियों को महिला पुलिसकर्मियों से ही दंडित कराया जाए.