लखनऊ: प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को 3 साल पूरे हो गए हैं. ऐसे में भले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार उत्तर प्रदेश में होने वाले अपराधों पर लगाम लगाने में कामयाब न रही हो, लेकिन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ योगी आदित्यनाथ के 3 वर्षों के कार्यकाल में खूब कार्रवाई हुई हैं.
योगी सरकार में जीरो टॉलरेंस नीति के तहत वर्ष 2017 से लेकर 16 मार्च 2020 तक कुल 250 सफल ट्रैप की कार्रवाई की गई है. भ्रष्टाचार निवारण संगठन की ओर से पुलिस विभाग के 32 सफल ट्रैक की कार्रवाई की गई है. वहीं अन्य विभाग के भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 218 सफल ट्रैप की कार्रवाई की गई है. इन तमाम कार्रवाई के तहत भ्रष्टाचार निवारण संगठन ने 42 लाख 40 हजार रुपये बरामद किए हैं.
भ्रष्टाचारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 3 साल के कार्यकाल पर नजर दौड़ाई तो हर वर्ष भ्रष्टाचारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई में इजाफा हुआ है. वर्ष 2013 में कुल 53 ट्रैप किए गए, जिनमें से 7 पुलिस विभाग और 467 अन्य विभागों के भ्रष्टाचारियों के खिलाफ किए गए. इसके तहत 632000 रुपये बरामद किया गया. वर्ष 2018 में टाइप की संख्या बढ़कर 80 हो गई, जिसमें से 7 कार्रवाई पुलिस विभाग और 73 कार्रवाई अन्य विभाग के भ्रष्टाचारियों के खिलाफ की गई, जिसके तहत 15,44,000 रुपये बरामद किया गया.
वर्ष 2019 में कार्रवाई की संख्या 100 हो गई, जिसमें से पुलिस विभाग के तहत 14 ट्रैप की कार्रवाई की गई. वहीं, अन्य विभाग के भ्रष्टाचारियों के खिलाफ 86 कार्रवाई की गई जिसके तहत 17 लाख 22 हजार रुपये बरामद किए गए.
2020 के ढाई महीनों में 17 सफल ट्रैप की कार्रवाई की गई है, जिसमें से चार कार्रवाई पुलिस विभाग के भ्रष्टाचारियों और अन्य 13 कार्रवाई अन्य विभाग के भ्रष्टाचारियों के खिलाफ की गई है, जिसके तहत 3,42,000 बरामद किए गए हैं.
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