लखनऊः शासन ने कुशीनगर के वृहद गोसंरक्षण केंद्र, कोपजंगल, विकास खंड-खड्डा में 16 गोवंशीय पशु की मृत्यु होने, गोसंरक्षण केंद्र के संचालन में घोर लापरवाही बरतने व पर्याप्त चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था न करने के लिए कुशीनगर के मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ. विनय कुमार को निलंबित कर दिया गया.
इसके बाद में विभागीय अनुशासिक कार्रवाई का आगाज किया गया. इसके अतिरिक्त डॉ. निशांत आनंद, प्रभारी, पशुचिकित्साधिकारी, कोपजंगल के विरूद्ध भी अनुशासनिक कार्रवाई शुरू की गई है. यह कार्रवाई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस प्रकरण का संज्ञान लेने के बाद की गई.
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यह जानकारी प्रमुख सचिव, पशुधन सुधीर गर्ग ने शुक्रवार को दी. बताया कि गोवंश सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है. राज्य सरकार द्वारा गोवंश के संरक्षण एवं संवर्धन कार्याें में किसी भी स्तर पर लापरवाही या अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. कठोरतम् कार्रवाई की जाएगी.
शासन के संज्ञान में वृहद गोसंरक्षण केंद्र कोपजंगल, विकास खंड-खड्डा जनपद कुशीनगर में गोवंशीय पशु की मृत्यु की सूचना प्राप्त हुई थी. डीएम अनुज मलिक ने प्रकरण की विस्तृत जांच की. जांच में पाया गया कि बीते 24 दिनों में 16 गोवंशीय पशु की मृत्यु हुई है तथा गोसंरक्षण के संचालन में घोर लापरवाही बरती गई. पर्याप्त चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था नहीं की गई.
अपने दायित्वों का निर्वहन न करने के लिए संबंधित पशुधन प्रसार अधिकारी के भी विरुद्ध निलंबन एवं अनुशासनिक कार्रवाई की गई. बताया जाता है कि जैसे ही लापरवाही की जानकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) को हुई, उन्होंने अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए. इसके बाद निलंबन के साथ ही विभागीय कार्यवाही की भी अनुशंसा की गई.
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