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कोविड संक्रमण के घटते केस अच्छे संकेत: योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामलों में कुछ गिरावट देखी जा रही है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड संक्रमण के घटते केस अच्छे संकेत हैं. प्रदेश में अब तक 10 लाख 43 हजार 134 लोग कोविड को हराकर ठीक हुए हैं.

योगी आदित्यनाथ
योगी आदित्यनाथ
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Published : May 4, 2021, 3:12 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से कोरोना के नए मामलों में गिरावट आ रही है. वहीं डिस्चार्ज होने वालों की संख्या बढ़ी है. बीते 24 घंटों में प्रदेश में 25 हजार 858 नये कोविड मरीजों की पुष्टि हुई है, जबकि इसी अवधि में 38 हजार 683 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं. प्रदेश में अब तक 10 लाख 43 हजार 134 लोग कोविड को हराकर ठीक हुए हैं.

सीएम योगी ने टीम 9 के साथ की बैठक

सीएम योगी ने टीम- 9 के साथ बैठक के दौरान कहा कि उत्तर प्रदेश सर्वाधिक टेस्टिंग करने वाला राज्य है. बीते 24 घंटों में दो लाख आठ हजार 558 सैम्पल की जांच हुई. इसमें से एक लाख 18 टेस्ट केवल आरटीपीसीआर के माध्यम से हुए. प्रदेश में अब तक 4.18 करोड़ टेस्ट हो चुके हैं. सीएम योगी ने 'टेस्ट, ट्रैक ट्रीट' के मंत्र के अनुरूप कार्रवाई तेज करने के निर्देश दिए.

अन्य कोरोना वॉरियर्स के लिए भी अतिरिक्त मानदेय

अस्पतालों में सेवारत चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ को कोविड सेवा के दिनों के लिए वर्तमान वेतन/मानदेय का 25 फीसदी अतिरिक्त देय होगा. इसी प्रकार अन्य कोरोना वॉरियर्स के लिए भी अतिरिक्त मानदेय दिया जाएगा. यह अतिरिक्त मानदेय ड्यूटी के उपरांत इनके आइसोलेशन अवधि के लिए भी दिया जाएगा. मेडिकल/नर्सिंग अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं की सेवाएं भी कोविड सेवा कार्य में ली जाएंगी, उन्हें भी मानदेय प्रदान किया जाएगा.

हर छोटी बड़ी गतिविधियों पर नजर रखी जाए

कोविड सम्बन्धी व्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से प्रदेश के सभी जिलों में सेक्टर मजिस्ट्रेट प्रणाली लागू की गई है. सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने क्षेत्र में लगातार भ्रमण करें. हॉस्पिटल के बाहर भी यह लोग भ्रमण करते रहें. लोगों की मदद करते रहें. हर छोटी-बड़ी गतिविधियों पर सीधी नजर रखें. हर जरूरतमंद को सरकारी नीतियों के अनुरूप सभी जरूरी मदद उपलब्ध कराएं. इस व्यवस्था को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए. कोविड मरीजों के लिए शासन द्वारा तय डिस्चार्ज पॉलिसी को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए.

केंद्र ने यूपी के लिए रेमेडेसीवीर का आवंटन बढ़ाया

सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में रेमेडेसीवीर सहित जीवनरक्षक मानी जा रही सभी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है. केंद्र ने उत्तर प्रदेश के लिए रेमेडेसीवीर का दैनिक आवंटन भी बढ़ा दिया है. सरकारी कोविड अस्पतालों में यह इंजेक्शन पूर्णतः निःशुल्क है. निजी अस्पतालों को जरूरत के अनुसार डीएम/सीएमओ के माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही है. सभी जिलाधिकारी और सीएमओ यह सुनिश्चित करें कि जब भी किसी मरीज को यह इंजेक्शन दिया जाए तो वहां नर्सिंग स्टाफ के साथ-साथ एक चिकित्सक भी उपस्थित हो. इस जीवनरक्षक दवा की मांग, आपूर्ति और खपत का पूरा विवरण रखा जाए.

अस्पतालों में अव्यवस्था पर सीएम योगी ने जताई नाराजगी

प्रदेश के कुछ जिलों से अस्पतालों में अव्यवस्था की शिकायतें आई हैं. सीएमओ यह सुनिश्चित करें कि कोविड अस्पतालों में वरिष्ठ चिकित्सक नियमित अंतराल पर भ्रमण करते रहें. सभी निजी एवं सरकारी कोविड अस्पताल में एक व्यक्ति की जिम्मेदारी तय की जाए कि वह दिन में कम से कम एक बार मरीज के स्वास्थ्य की जानकारी उसके परिजन को अवश्य दें. यह व्यवस्था प्रभावी ढंग से लागू कराई जाए. मरीजों और उनके परिजनों के साथ पूरी संवेदनशीलता के साथ व्यवहार होना चाहिए.

होम आइसोलेशन के दौरान मेडिकल की पहुंचाई जाए

कोविड संक्रमण से ग्रस्त ज्यादातर लोग समुचित चिकित्सकीय परामर्श से होम आइसोलेशन में ही स्वस्थ हुए हैं. बहुत कम संख्या ऐसी है जिन्हें अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत होती है. डीएम और सीएमओ देखें कि होम आइसोलेशन में लोगों को मेडिकल किट समय से उपलब्ध कराई जाए. लापरवाही की स्थिति में शासन स्तर से इनकी जवाबदेही तय की जाएगी. आइसीसीसी और सीएम हेल्पलाइन हर दिन ऐसे मरीजों से बात करके उनका हाल जानें. एंबुलेंस सेवा को मजबूती से संचालित किया जाए.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से कोरोना के नए मामलों में गिरावट आ रही है. वहीं डिस्चार्ज होने वालों की संख्या बढ़ी है. बीते 24 घंटों में प्रदेश में 25 हजार 858 नये कोविड मरीजों की पुष्टि हुई है, जबकि इसी अवधि में 38 हजार 683 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं. प्रदेश में अब तक 10 लाख 43 हजार 134 लोग कोविड को हराकर ठीक हुए हैं.

सीएम योगी ने टीम 9 के साथ की बैठक

सीएम योगी ने टीम- 9 के साथ बैठक के दौरान कहा कि उत्तर प्रदेश सर्वाधिक टेस्टिंग करने वाला राज्य है. बीते 24 घंटों में दो लाख आठ हजार 558 सैम्पल की जांच हुई. इसमें से एक लाख 18 टेस्ट केवल आरटीपीसीआर के माध्यम से हुए. प्रदेश में अब तक 4.18 करोड़ टेस्ट हो चुके हैं. सीएम योगी ने 'टेस्ट, ट्रैक ट्रीट' के मंत्र के अनुरूप कार्रवाई तेज करने के निर्देश दिए.

अन्य कोरोना वॉरियर्स के लिए भी अतिरिक्त मानदेय

अस्पतालों में सेवारत चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ को कोविड सेवा के दिनों के लिए वर्तमान वेतन/मानदेय का 25 फीसदी अतिरिक्त देय होगा. इसी प्रकार अन्य कोरोना वॉरियर्स के लिए भी अतिरिक्त मानदेय दिया जाएगा. यह अतिरिक्त मानदेय ड्यूटी के उपरांत इनके आइसोलेशन अवधि के लिए भी दिया जाएगा. मेडिकल/नर्सिंग अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं की सेवाएं भी कोविड सेवा कार्य में ली जाएंगी, उन्हें भी मानदेय प्रदान किया जाएगा.

हर छोटी बड़ी गतिविधियों पर नजर रखी जाए

कोविड सम्बन्धी व्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से प्रदेश के सभी जिलों में सेक्टर मजिस्ट्रेट प्रणाली लागू की गई है. सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने क्षेत्र में लगातार भ्रमण करें. हॉस्पिटल के बाहर भी यह लोग भ्रमण करते रहें. लोगों की मदद करते रहें. हर छोटी-बड़ी गतिविधियों पर सीधी नजर रखें. हर जरूरतमंद को सरकारी नीतियों के अनुरूप सभी जरूरी मदद उपलब्ध कराएं. इस व्यवस्था को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए. कोविड मरीजों के लिए शासन द्वारा तय डिस्चार्ज पॉलिसी को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए.

केंद्र ने यूपी के लिए रेमेडेसीवीर का आवंटन बढ़ाया

सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में रेमेडेसीवीर सहित जीवनरक्षक मानी जा रही सभी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है. केंद्र ने उत्तर प्रदेश के लिए रेमेडेसीवीर का दैनिक आवंटन भी बढ़ा दिया है. सरकारी कोविड अस्पतालों में यह इंजेक्शन पूर्णतः निःशुल्क है. निजी अस्पतालों को जरूरत के अनुसार डीएम/सीएमओ के माध्यम से उपलब्ध कराई जा रही है. सभी जिलाधिकारी और सीएमओ यह सुनिश्चित करें कि जब भी किसी मरीज को यह इंजेक्शन दिया जाए तो वहां नर्सिंग स्टाफ के साथ-साथ एक चिकित्सक भी उपस्थित हो. इस जीवनरक्षक दवा की मांग, आपूर्ति और खपत का पूरा विवरण रखा जाए.

अस्पतालों में अव्यवस्था पर सीएम योगी ने जताई नाराजगी

प्रदेश के कुछ जिलों से अस्पतालों में अव्यवस्था की शिकायतें आई हैं. सीएमओ यह सुनिश्चित करें कि कोविड अस्पतालों में वरिष्ठ चिकित्सक नियमित अंतराल पर भ्रमण करते रहें. सभी निजी एवं सरकारी कोविड अस्पताल में एक व्यक्ति की जिम्मेदारी तय की जाए कि वह दिन में कम से कम एक बार मरीज के स्वास्थ्य की जानकारी उसके परिजन को अवश्य दें. यह व्यवस्था प्रभावी ढंग से लागू कराई जाए. मरीजों और उनके परिजनों के साथ पूरी संवेदनशीलता के साथ व्यवहार होना चाहिए.

होम आइसोलेशन के दौरान मेडिकल की पहुंचाई जाए

कोविड संक्रमण से ग्रस्त ज्यादातर लोग समुचित चिकित्सकीय परामर्श से होम आइसोलेशन में ही स्वस्थ हुए हैं. बहुत कम संख्या ऐसी है जिन्हें अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत होती है. डीएम और सीएमओ देखें कि होम आइसोलेशन में लोगों को मेडिकल किट समय से उपलब्ध कराई जाए. लापरवाही की स्थिति में शासन स्तर से इनकी जवाबदेही तय की जाएगी. आइसीसीसी और सीएम हेल्पलाइन हर दिन ऐसे मरीजों से बात करके उनका हाल जानें. एंबुलेंस सेवा को मजबूती से संचालित किया जाए.

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