लखनऊ: राजधानी में एलडीए के अधिकारियों की टीम ने बुधवार को ऐशबाग में स्थित यमुना झील और मोती झील का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने सुंदरीकरण कराए जाने की बात कहीं है. दोनों झील के आसपास पिछले कुछ समय से अतिक्रमण होने की शिकायत आ रही थी. जिसे हटवाए जाने की बात भी कही गई है.
झील की जल्द कराई जाएगी सफाई
एलडीए के अधिशासी अभिंयता ओपी मिश्रा ने बताया स्थानीय लोगों की शिकायत पर झील का स्थलीय निरीक्षण किया गया है. जल्द ही झील की सफाई कराई जाएगी. इसके अलावा क्षतिग्रस्त पड़े सिविल कार्यों की दोबारा से मरम्मत कराई जाएगी. झील के सुंदरीकरण के लिए टेंडर कराया जाएगा. वहीं स्थानीय लोगों का आरोप है कि झील की बदहाली दूर करने के लिए लोगों को खुद ही श्रमदान करना पड़ता है.
झील बचाओ अभियान से जुड़े लोग
बता दें कि बीते मंगलवार को झील बचाओ अभियान के बैनर तले स्थानीय लोगों ने विधि एवं कानून मंत्री बृजेश पाठक से मुलाकात की थी. इस दौरान लोगों ने झील बचाने के लिए उन्हें ज्ञापन दिया था. ज्ञापन मिलने पर मंत्री ने एलडीए के मुख्य अभियंता इंदु शेखर सिंह से फोन पर बात चीत की थी. मुख्य अभियंता ने स्थानीय लोगों से बताते हुए कहा शीघ्र ही झील साफ करने का टेंडर दिया जाएगा. वहीं इसके साथ झील के किनारे चल रहे अवैध स्लाटर हाउस बंद कराने के निर्देश भी दिए गए हैं.