लखनऊ: कारखानों में काम करने वाले श्रमिकों को खुशखबरी मिलने वाली है. उनके हुनर को आधुनिकता के रंग में रंगने की कवायद शुरू की जा चुकी है. इसकी जिम्मेदारी राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं को दी गई है, जहां उनके काम को नई धार दी जाएगी.
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प्रधानाचार्य ओपी सिंह ने दी जानकारी
राजधानी लखनऊ के चारबाग के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य ओपी सिंह ने बताया कि श्रमिकों के कार्य को नई दिशा देने और उनके कार्यों की गुणवत्ता को सुधारने की पहल की गई है. लखनऊ के औद्योगिक संस्थान चारबाग और लखनऊ के राजकीय महिला औद्योगिक संस्थान गुरु गोविंद सिंह मार्ग पर यह सुविधा शुरू होगी. इसके लिए 20 अप्रैल तक प्रवेश लिया जा सकता है. संस्थान में 10 फीसदी सीटें इंस्टिट्यूट मैनेजमेंट कमेटी के माध्यम से भी जाएंगी. मेरिट और पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर प्रवेश होगा. पाठ्यक्रम के लिए 500 रुपये महीने की फीस निर्धारित की गई है.
इनमें होंगें एडमिशन
फिटर, विद्युतकार, मशीनिस्ट, मोटर मैकेनिक, आरएसी, इलेक्ट्रॉनिक्स, ड्राफ्ट्समैन सिविल, स्विंग टेक्नोलॉजी, मैकेनिकल डीजल और विद्युत इंजन ट्रेड्स में प्रवेश मिलेगा.