लखनऊ: लॉकडाउन के बाद देशभर में बहुत जरूरी काम को छोड़कर सभी कामकाज ठप हो गए हैं. ऐसे में गांव और कस्बों से निकलकर बड़े शहरों की ओर रुख करने वाले मजदूरों की दिहाड़ी भी छिन गई. इस दौरान जहां कुछ मजदूर परिवार समेत वापस अपने गांव लौट गए तो कुछ लॉकडाउन में ही फंसे रह गए. इन सबके बीच ईंट-भट्ठों पर काम शुरू होने से मजदूरों में तंगी से निजात पाने की कुछ आस तो जरूर जगी है.
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ईटीवी भारत की टीम राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज विकासखंड के अंतर्गत आने वाले पतौना गांव पहुंची. यहां ईंट भट्ठे पर सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए काम किया जा रहा था. काम कर रहे मजदूरों का कहना है कि लॉकडाउन के बाद उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. हालांकि खाना उनके भट्ठे मालिक के द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा था, लेकिन रोजमर्रा के कामकाज पूरी तरह से ठप हो गए थे.
लॉकडाउन की वजह से जहां एक तरफ कई मजदूरों से उनकी दिहाड़ी छिन गई है तो वहीं दूसरी तरफ राजधानी लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्र में ईंट-भट्ठों पर दोबारा सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए काम शुरू किया गया है, जिससे काम करने वाले मजदूरों को काफी सहूलियत मिली है.