लखनऊ: होली से पहले आईटी और निशातगंज को जोड़ने वाले इंदिरा ब्रिज पर आवागमन प्रारंभ होने की संभावना काफी कम नजर आ रही है. वजह है कि लोक निर्माण विभाग ने साफ कर दिया है कि सिर्फ रेलवे के हिस्से वाले पुल में ही खामियां हैं. वहीं पूर्वोत्तर रेलवे की ब्रिज वर्कशॉप की टीम ने बुधवार को निरीक्षण किया और रिपोर्ट सौंपने के लिए दो दिन का वक्त मांगा है. अब रिपोर्ट आने के बाद ही मरम्मत का कार्य प्रारंभ होगा. ऐसे में होली के पहले इस ब्रिज पर आवागमन होने की उम्मीद कम ही है.
लोक निर्माण विभाग ने पूर्वोत्तर रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक को चिट्ठी भेजकर इंदिरा ब्रिज पर रेलवे की जमीन पर बने स्टील कॉलम की नींव के पास जंग लगने की जानकारी दी. साथ ही कॉलम के फाउंडेशन की कंक्रीट भी जगह-जगह से क्रैक होने की बात कही. पीडब्ल्यूडी के पत्र के बाद एक बार फिर से पूर्वोत्तर रेलवे के ब्रिज वर्कशॉप से जुड़े अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जायजा लिया. इंदिरा ब्रिज अयोध्या रोड, इंदिरानगर, पॉलीटेक्निक, महानगर आदि को चौक, अमीनाबाद, डालीगंज जैसे इलाकों को जोड़ता है. हर रोज 50 से 60 हजार लोग इस ओवरब्रिज से आवागमन करते हैं.
लेकिन इन सरकारी विभागों की आपसी रस्साकसी में लोगों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है. पीडब्ल्यूडी रेलवे और सेतु निगम अपनी-अपनी जिम्मेदारियों से बचने की कोशिश कर रहे हैं. यही वजह है कि पिछले दो दिन से स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है. हालांकि रेलवे अधिकारियों के मुताबिक लगातार मेंटीनेंस संबंधी कार्य कराते रहते हैं, लेकिन अब एक बार फिर पीडब्ल्यूडी की तरफ से पत्र मिला है तो पूरी जांच कराकर काम कराया जाएगा. पूर्वोत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी महेश गुप्ता ने बताया कि बुधवार को रेलवे के ब्रिज वर्कशॉप की तरफ से जांच की गई है. रिपोर्ट आने के बाद बाद संबंधित दूसरे विभागों को भी शीघ्र ही सूचित किए जाएगा.
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