लखनऊ: कोरोना महामारी के दौरान देश ने बहुत कठिन दौर देखा है. लोगों को अस्पताल में बेड नहीं मिल रहा था. ऑक्सीजन युक्त बेड की कमी थी. एक बेड पर 50 मरीज के आवेदन थे. काफी ज्यादा समस्याएं थी. किसी को अंदाजा नहीं था कि ऐसा दौर भी आएगा. अब जब कोरोना महामारी का असर थोड़ा कम हुआ है तो अस्पताल में व्यवस्थाएं की जा रही है. कुछ अस्पतालों की व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है. यह बातें स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने अंवतीबाई महिला अस्पताल के प्रसासनिक भवन में कहीं.
अस्पतालों में दुरुस्त होंगी व्यवस्थाएं
मंत्री ने कहा कि हर अस्पताल में कुछ न कुछ सुधार जरूर हो रहा है या किसी चीज की नई शुरुआत हो रही है. जैसे अवंतीबाई अस्पताल में ऑक्सीजन युक्त बेड और एचडीयू की शुरुआत की गई. जल्द ही बलरामपुर अस्पताल और लोकबंधु अस्पताल को भी दुरुस्त किया जाएगा. कोरोना को देखते हुए बलरामपुर अस्पताल और लोकबंधु अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाया गया था. लेकिन स्थिति समान होने पर यहां भी बदलाव होगा.
मंत्री ने किया वार्ड का शुभारंभ
वीरांगना अवंती बाई महिला अस्पताल में शुक्रवार को सेंट्रल ऑक्सीजन युक्त 24 का बेड वार्ड-2 , 8 बेड का हाई डिपेन्डेन्सी यूनिट, पैथोलॉजी विभाग,एसएनसीयू में सीमैप मशीन, 8 ट्राएज बेड महिला, इमरजेंसी सेंट्रल ऑक्सीजन की शुरुआत की गई. जिसका मुख्य अतिथि स्वास्थ्य मंत्री विजय प्रताप सिंह ने फीता काटकर शुभारंभ किया. इस दौरान सीएमएस डॉ. सुधा वर्मा ने कहा कि अन्य जिलों से आने वाली गर्भवती महिलाओं को बेहतर इलाज मिल सकेगा. पहले जब अवंतीबाई अस्पताल में एचडीयू नहीं था तो उन्हें गर्भवती महिलाओं को अन्य अस्पतालों में रेफर किया जाता था. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, यहां सारे उपकरण मौजूद रह हैं. यहीं पर उन्हें बेहतर ट्रीटमेंट दिया जाएगा. कई बार ऐसा हुआ करता था कि अस्पताल से महिला को क्वीन मैरी अस्पताल में रेफर कर दिया जाता था लेकिन वहां पर बैठ खाली नहीं होने के कारण महिला को इलाज नहीं मिल पाता था इसलिए हाई डिपेंडेंसी यूनिट की जरूरत यहां पर थी.
एक अच्छी पहल
बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ. डीएस नेगी ने कहा कि हाई डिपेंडेंसी यूनिट का होना बहुत जरूरी था. अन्य जिलों से गर्भवती महिलाएं डफरिन या झलकारी बाई अस्पताल में आती हैं. जब एचडीयू नहीं था तो उन्हें बेहतर ट्रीटमेंट नही मिल पाथा था. अब गर्भवती महिलाओं को कोई समस्या नही होगी. पैथोलॉजी का होना भी बेहद अनिवार्य हैं. उन्होंने अस्पताल की सीएमएस द्वारा उठाए गए इस कदम को लेकर बधाई दिया.
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इन्हें किया गया सम्मानित
बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डीएस नेगी, उप चिकित्सक अधीक्षक डॉ हिमांशु चतुर्वेदी, सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. एसके नंदा, लोकबंधु के सीएमएस अजय शंकर त्रिपाठी, वीरांगना झलकारी बाई अस्पताल की सीएमएस डॉ रंजना खरे, डॉ दीपा सिंह और अन्य डॉक्टर व स्टाफ नर्सों को सम्मानित किया गया.