लखनऊः सीएम योगी से मुलाकात नहीं होने पर महिला सामाख्या कार्यक्रम योजना में कार्यरत दर्जनों महिलाओं ने मंगलवार हजरतगंज चौराहे पर जमकर हंगामा किया. विरोध प्रदर्शन के दौरान महिलाएं चौराहे पर सड़कों पर बैठ गई. नाराज महिलाओं ने कहा कि महिला सामाख्या कार्यक्रम को यूपी सरकार द्वारा खत्म किया जा चुका है, इसिलए पहले से कार्यरत महिलाओं का नई योजना में समायोजन किया जाए.
हजरतगंज इलाके में महिला एवं बाल कल्याण विभाग द्वारा संचालित की जा रही महिला सामाख्या कार्यक्रम में कार्यरत दर्जनों महिलाएं मंगलवार देर शाम विरोध प्रदर्शन करने के लिए पहुंच गई. महिलाओं की चौराहे पर घेराबंदी की जानकारी मिलने के बाद आनन-फानन में भारी पुलिस बल को बुलाया गया. मौके पर पहुंची पुलिस बल ने महलिाओं को हिरासत में लेकर इको गार्डन में छोड़ दिया.
नई संस्था में समायोजन कर वेतन बढ़ाया जाए
विरोध प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने कहा कि वह सालों से इस कार्यक्रम से जुड़ी हुई हैं. लेकिन सरकार की तरफ से इस संस्था को खत्म कर दिया गया है. इसकी जगह पर दूसरी योजना चलाने की तैयारी की जा रही है. प्रदर्शनकारी महिलाओं ने कहा कि नई योजना में संस्था में कार्यरत महिलाओं का समायोजन किया जाए. इसके साथ ही उनके वेतनमान को बढ़ाया जाए. ग्रेच्युटी फंड की व्यवस्था व अवकाश दिया जाए.
सीएम ने दिया मुलाकात करने का समय
हजरतगंज इलाके में अचानक प्रदर्शन करने के लिए पहुंची महिलाओं का कहना है कि वह पिछले 1 महीने से समायोजन की मांग को लेकर ईको गार्डन में धरना प्रदर्शन कर रही हैं. कई बार वार्ता होने के बावजूद भी अभी तक उनकी समस्याओं को दूर करने के लिए शासन और प्रशासन की तरफ से कोई हल नहीं निकाला गया है. महिलाओं का कहना है कि अपनी समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बातचीत के लिए मंगलवार का समय दिया गया था. इसके बाद बी सीएम योगी से मुलाकात करने नहीं दिया गया. मुलाकात ना होने से नाराज महिलाओं ने हजरतगंज चौराहे का घेराव कर सड़क पर प्रदर्शन करने लगी.
महिला सामाख्या कार्यक्रम योजना के बारे में जानें-
ग्रामीण इलाकों में पिछड़े वर्ग की महिलाओं व किशोरियों को सामाजिक व आर्थिक तौर पर सशक्त बनाने के लिए यह योजना बनाई गई थी. सन 1989 में शुरू की गई कल्याणकारी योजना का उद्देश्य महिलाओं व किशोरियों को जागरूक करना है. जिसमें उन्हें घरेलू हिंसा अधिनियम बाल विवाह अधिनियम यौन उत्पीड़न निरोधक अधिनियम, दहेज प्रतिषेध अधिनियम आदि के प्रति जागरूक किया जाता है. यह कार्य महिला सामाख्या कार्यक्रम में काम करने वाली महिलाओं द्वारा किया जाता है.