संभलः संभल में 46 साल बाद कार्तिकेय महादेव मंदिर के कपाट खुलने के बाद यहां के जीर्ण-शीर्ण मंदिरों और कूपों को संरक्षित करने का काम प्रशासन कर रहा है. इस बीच दूसरे जिलों से भक्तों के आने का सिलसिला भी शुरू हो गया है. आने वाले समय में अन्य जिलों से भी भक्तों के आने की संभावना जताई जा रही है. संभावना जताई जा रही है कि अगर दूसरे जिलों से आने वाले भक्तों की तादाद और बढ़ी तो संभल का कार्तिकेय महादेव मंदिर किसी तीर्थस्थल के रूप में विख्यात हो सकता है.
गाजियाबाद से 40 भक्तों की टोली दर्शन को पहुंचीः गाजियाबाद से 40 भक्तों की टोली शनिवार को संभल में कार्तिकेय महादेव मंदिर में दर्शन और पूजन को पहुंची. इस दौरान भक्तों में मंदिर में दर्शन-पूजन करने के साथ ही भजन भी गाए. भक्त यहां दर्शन से काफी गदगद नजर आए. उनका कहना है कि यहां आकर उन्हें सुखद अनुभव हुआ है. आगे भी वह संभल आते रहेंगे.
अमरदीप ने बताया कि गाजियाबाद से 40 भक्तों का जत्था संभल के मंदिरों के दर्शन करने आया है. हिन्दू धर्म में इन पौराणिक स्थानों का बहुत महत्व है अब इन भव्य स्थानों का आध्यात्मिक, सांस्कृतिक विकास हो यह स्थान पर्यटन का हिन्दू धर्म की आस्था के बड़े केंद्र बन रहे है संभल नगरी का पौराणिक और दैविक महत्व का वर्णन है कुछ समय के लिए कुछ ऐसी परिस्थिति बनी जिसके चलते आम समाज के समय यह विस्मृत था लेकिन अब सबके सामने है हम लोग यहां आकर बहुत उत्साहित है.
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ये स्थान भी दर्शन करने जा रहे भक्तः दूसरे जिलों से आ रहे भक्त कार्तिकेय महादेव के दर्शन के साथ ही वंश गोपाल तीर्थ, चंद्रेश्वर मंदिर, कल्कि मंदिर सहित कई धार्मिक स्थलों का भ्रमण कर रहे हैं.
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