लखनऊः महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए सरकार ने सभी थानों पर महिला हेल्प डेस्क की शुरुआत की गई, इसका उद्देश्य था कि कोई भी पीड़ित महिला थाने पर आए तो उसकी सुनवाई के लिए सबसे पहले महिला पुलिसकर्मी मौजूद रहे और उसके आधार पर कार्रवाई की जाए. अब इसको और भी बेहतर बनाने के लिए इसकी समीक्षा की जाएगी. इसके लिए दो अधिकारियों को नियुक्त किया गया है.
महिला पुलिसकर्मियों को दिया जाएगा प्रशिक्षण
इस समीक्षा में एसीपी रैंक की दो अफसर संबंधित स्थानों पर जाकर विजिट करेंगी. यह समीक्षा एसीपी अर्चना और एसीपी श्वेता करेंगी. प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर महिला हेल्प डेस्क पर काम कर रहीं महिला पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. यह उद्देश्य रहेगा कि किसी भी परिस्थिति में पीड़ित महिला को थाने पर बने महिला हेल्प डेस्क पर सहायता मिले और मामले की जानकारी के बाद कम समय में उचित कार्रवाई की जाए.
महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रदेश की सरकार ने सभी थानों पर महिला हेल्प डेस्क की व्यवस्था कराई, जिससे महिलाओं को कम समय में न्याय मिल सके. पीड़ित महिला, महिला पुलिसकर्मी को अपनी सारी बात खुलकर बता सके. इसको और बेहतर बनाने के लिए डीसीपी महिला अपराध चारू निगम ने एक प्लान तैयार किया है. इस प्लान में दो एसीपी रैंक की महिला अधिकारी संबंधित थानों पर जाकर हेल्प डेस्क के काम की समीक्षा करेंगी.
समीक्षा रिपोर्ट के आधार पर महिला हेल्प डेस्क पर तैनात महिला सब इंस्पेक्टर और महिला कांस्टेबल को प्रशिक्षण दिया जाएगा. प्रशिक्षण में उनको बताया जाएगा कि किस तरह से उनको काम करना है. कोई भी पीड़ित महिला जब थाने आए तो उसकी समस्याओं को सुनकर कैसे कार्रवाई की जाए. इस प्रशिक्षण में यह बताया जाएगा कि आपको किस तरीके से काम करना है और क्या-क्या काम करना है.
डीसीपी महिला अपराध चारू निगम ने बताया कि महिला हेल्प डेस्क को लेकर उनके पास महिलाओं की शिकायतें आ रही हैं. इन शिकायतों को खत्म करने के लिए हमने थानों पर बने महिला हेल्प डेस्क की समीक्षा कराने का निर्देश दिया है. इसमें दो महिला अफसर समीक्षा करेंगी. इसके बाद इस व्यवस्था में सुधार किया जाएगा.