लखनऊ : राजधानी में पुलिस का अमानवीय रवैया सामने आया है. आरोप है कि मारपीट में घायल महिला को पुलिस ने समय से अस्पताल नहीं पहुंचाया. पुलिस की लापरवाही के कारण पीड़ित महिला लगभग दो घंटे तक गाड़ी में लेटी कराहती रही. मामला गोसाईगंज थाना क्षेत्र का है, जहां मारपीट में घायल हुई एक महिला पुलिस को प्रार्थना पत्र देने आई थी. आरोप है कि पुलिस ने महिला की तहरीर लेकर उसे मेडिकल कराने के लिए कार में लिटा दिया. महिला को कार में लिटाने के बाद पुलिस ने लगभग 2 घंटे तक उसकी कोई सुध नहीं ली.
पुलिस की करतूत का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद गोसाईगंज पुलिस हरकत में आई और महिला को अस्पताल भेजा. इस मामले को लेकर ईटीवी भारत के संवाददाता ने जब पुलिस से बात करने की कोशिश की, तो कोई अधिकारी कैमरे पर बोलने को तैयार नहीं हुआ. पुलिस की तरफ से सिर्फ इतना कहा गया, कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. आरोपियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
क्या है पूरा मामला
राजधानी के गोसाईगंज थाना क्षेत्र के कबीरपुर गांव में महिला ब्रह्मा देवी का कुछ लोगों से विवाद हो गया था. जिसमें ब्रह्मा देवी घायल हो गई थी. स्थानीय लोगों ने बताया कि ब्रह्मा देवी अपनी जमीन पर टीन सेड का कार्य करा रही थीं. उसी वक्त पास में रहने वाले जगजीत सिंह और राजदीप सिंह की पत्नियों और ब्रह्मा देवी के बीच गाली-गलौज हो गई. विवाद बढ़ने पर दूसरे पक्ष के लोगो ने छत के ऊपर ब्रह्मा देवी पर ईट-पत्थरों की बरसात कर दी.
विवाद के दौरान पत्थर लगने से ब्रह्मा देवी के हाथ की हड्डी टूट गई. चोट लगने से पीड़ित महिला को स्थानीय लोगो ने बचाया. मारपीट में घायल महिला पुलिस को तहरीर देने गोसाईगंज थाने गई थी. थाने में महिला से प्रार्थना पत्र लेकर पुलिसकर्मियो ने उसे मेडिकल कराने के लिए गाड़ी में लिटा दिया. पुलिस की लापरवाही के कारण पीड़ित महिला लगभग 2 घंटे गाड़ी में कराहती रही.
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