लखनऊ: आरपीएफ में तैनात दारोगा पूरन सिंह नेगी की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत के मामले में पत्नी की तहरीर के आधार पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोप है कि रंजिशन उन्हें गोली मारी गई है. हालांकि, पुलिस का कहना है कि घटना के सही तथ्य जांच के बाद ही सामने आएंगे.
रंजिश में घटना को अंजाम देने का आरोप
इंस्पेक्टर आलमबाग प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि मृतक की पत्नी अनिता नेगी ने अज्ञात पर रंजिशन पति की गोली मारकर हत्या का आरोप लगाते हुए आलमबाग कोतवाली में तहरीर दी है. घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने हत्या की धारा 302 में मुकदमा दर्ज कर जांच-पड़ताल शुरु कर दी है. आलमबाग में दो दिन पहले लहूलुहान दारोगा का शव मिला था. सीने पर बाईं तरफ गोली लगने से मौत हुई थी. मृतक के पास में सर्विस पिस्टल, सेलफोन और पर्स मिला था. शुरुआती तफ्तीश में पुलिस खुदकुशी बता रही थी.
इंस्पेक्टर ने बताया कि दिल्ली के बदरपुर निवासी पूरन सिंह नेगी आरपीएफ के सीआईबी शाखा में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत थे. वह मौजूदा समय में आलमबाग के सरदारीखेड़ा इलाके में अकेले किराए के मकान में रहते थे. उनकी नाका चारबाग में डयूटी लगाई गई थी. बीते सोमवार को शाम सात बजे से रात 10 बजे की ड्यूटी करने के लिए गए थे. उसके बाद मंगलवार सुबह 10 बजे से उनकी फिर ड्यूटी थी. ड्यूटी पर न पहुंचने पर आरपीएफ कर्मचारियों ने उनको फोन किया तो रिंग जा रही थी, लेकिन फोन नहीं रिसीव हुआ था.
आरपीएफ अधिकारी ने कई बार फोन किया तब भी कुछ पता नहीं चल सका. खोजबीन में पता चला कि उन्हें गोली मारी गई थी. सर्विस पिस्टल से एक फायरिंग की गई थी. बाकी की 9 बुलेट उसमें मौजूद हैं. बताया गया कि शरीर पर किसी भी तरह के संघर्ष के निशान नहीं दिखे हैं. फिलहाल, मामले की जांच की जा रही है.