प्रयागराज: महाकुंभ 2025 में चर्चा में आई मॉडल हर्षा रिछरिया ने प्रयागराज से जाने का फैसला ले लिया था. लेकिन, अब उन्होंने महाकुंभ छोड़कर नहीं जाने का ऐलान किया है. अब वह पूरे 45 दिन तक मेला क्षेत्र में रहेंगी और साधु-संतों की सेवा करेंगी. रविवार को उन्होंने यह फैसला निरंजनी अखाड़े में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविन्द्र पूरी से आशीर्वाद लेने के बाद लिया है.
उन्होंने इस दौरान रविन्द्र पूरी महाराज को पिता तुल्य बताया. कहा कि उनके ही कहने पर उन्होंने महाकुंभ न छोड़ने का फैसला लिया है. अभी कुछ दिन पहले हर्षा रिछरिया ने रोते हुए वीडियो जारी करके कई बातें कही थीं. उन आंसुओं पर उन्होंने कहा कि वो खुशी और गम के थे. फॉलोअर्स का महाकुंभ न छोड़ने का मैसेज आ रहा था. अब मैं पूरे महाकुंभ रहकर साधु संतों की सेवा करूंगी. कहीं नहीं जाऊंगी.
बता दें कि मॉडल से साध्वी बनीं हर्षा रिछारिया महाकुंभ में अपनी सुंदरता को लेकर काफी चर्चा में आई थीं. लेकिन, जिस तरह से हर्षा रिछारिया वायरल हुईं, उनके लिए मुसीबत बन गई. निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी श्री कैलाशानंदगिरि जी महाराज की शिष्या बताने वाली हर्षा रिछारिया के विरोध में संत उतर आए थे. जिसके बाद हर्षा रिछारिया ने महाकुंभ छोड़ने का ऐलान किया था.
हर्षा रिछारिया ने संत आनंद स्वरूप पर उन्हें कुंभ छोड़ने के लिए विवश करने का आरोप लगाया था. हर्षा तब चर्चा में आईं जब निरंजनी अखाड़े की छावनी प्रवेश में कैलाश आनंद के रथ पर नजर आई थीं. इसके बाद से उनके तरह-तरह के वीडियो वायरल हो रहे थे और जब अपनी रोते हुए वीडियो डाली तब से वह और भी चर्चा का विषय बन गई थीं. कुंभ छोड़ने का फैसला लिया था.
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