लखनऊ: लोहिया संस्थान के कर्मचारी श्रीराम यादव (42) की प्रेम प्रसंग की वजह से हत्या कर दी गई. आरोप है कि पत्नी संगीता व उसके प्रेमी समेत पांच लोगों ने अपहरण करने के बाद इस वारदात को अंजाम दिया था. संगीता ने अपने प्रेमी अवशिष्ठ कुमार से पति को रास्ते से हटाने के लिए कहा था.
इसके बाद अवशिष्ट ने अपने साथियों की मदद से इस घटना को अंजाम दिया था. पुलिस ने पत्नी व उसके प्रेमी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. 13 दिन बाद पुलिस ने गुरुवार को इस घटना का खुलासा किया.
वहीं, संस्थान के कर्मचारियों ने काफी दिनों तक मामले में सुस्त रवैया अपनाने पर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था. साथ ही कैंडल मार्च निकालकर विरोध दर्ज कराया था. परिजन संस्थान में धरने पर भी बैठे थे.
डीसीपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि संगीता का राजकीय पॉलिटेक्निक जहांगीराबाद में प्रोफ़ेसर अवशिष्ट से पहले से प्रेम प्रसंग चल रहा था. दोनों अक्सर छिप कर मिलते थे. इस बात की जानकारी श्रीराम को हो गई थी.
श्रीराम ने संगीता को इसके लिए रोका-टोका भी था. आए दिन दोनों में विवाद होता था. पति के रोक-टोक से परेशान संगीता ने अवशिष्ट से श्री राम को रास्ते से हटाने के लिए कहा था.
इसके बाद अवशिष्ट में पॉलिटेक्निक कॉलेज के पास मछली पालन करने वाले दो परिचितों सुमैया नगर कोतवाली बाराबंकी निवासी सुशील और संतोष से संपर्क किया था. अवशिष्ट ने दोनों को श्रीराम की हत्या के लिए तैयार किया. साजिश के तहत सुशील और संतोष श्रीराम के पास उसकी गाड़ी का खरीदार बनकर पहुंचे थे.
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दोनों ने टेस्ट ड्राइव की बात कही और श्रीराम को साथ में लेकर निकल गए. बीबीडी के पास दोनों ने साजिश के तहत अपनी परिचित महिला कुंती को गाड़ी में बिठा लिया. आरोपियों ने उसे परिवार का सदस्य बताकर गाड़ी पसंद करने के लिए बुलाने की बात कही थी.
श्रीराम को उनकी बातों पर यकीन हो गया इसके बाद आरोपी उन्हें गाड़ी में घुमाते रहे. अंधेरा होने पर किसान पथ कुर्सी रोड पर लेकर गए और वहीं पर हत्या की वारदात को अंजाम दिया.
डीसीपी की मानें तो आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि अवशिष्ट अपनी कार से पीछे पीछे चल रहा था. नहर के किनारे आरोपियों ने गाड़ी रोकी. तभी अवशिष्ट भी वहां आ गया. इससे पहले कि श्रीराम कुछ समझते सुशील ने तमंचे से उनके सीने में गोली मार दी. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि शव को ठिकाने लगाने के लिए उसे इंदिरा नहर में फेंक दिया था.
पुलिस ने इंदिरा नहर में गोताखोरों की मदद से काफी खोजबीन की लेकिन सफलता नहीं मिली. डीसीपी का कहना है कि शव की तलाश की जा रही है. हत्या में इस्तेमाल तमंचा पुलिस ने मटियारी से बरामद कर लिया है. उन्होंने कहा इस मामले को समझने और तथ्यों को ही जुटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी है.