लखनऊः प्रदेश में किसानों को लाभाविन्त करने और बिचैलियों की भूमिका समाप्त करने के लिए गेहूं खरीद में इलेक्ट्राॅनिक ऑफ प्वाइंट आफ परचेज डिवाइस के माध्यम से बायोमीट्रिक प्रमाणीकरण कराते हुए खरीद की व्यवस्था प्रारंभ की गयी है. खाद्य आयुक्त मनीष चैहान ने बताया कि 6 जिलो में ई-पॉस मशीनों के माध्यम से गेहूं खरीदा जा रहा है. शीघ्र ही प्रदेश के सभी जनपदों में स्थापित क्रय केन्द्रों पर ई-पाॅस मशीन के माध्यम से गेहूं की खरीद की जाएगी. बता दें कि प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों से सीधे गेहूं की खरीद 1अप्रैल से शुरू हो गयी है. इस वर्ष गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपये प्रति कुंतल निर्धारित किया गया है. गेहूं की बिक्री हेतु किसानों को खाद्य तथा रसद विभाग की वेबसाइट पर पंजीकरण कराना अनिवार्य है.
कई जिलों में ई-पॉस मशीन से गेहूं की खरीद शुरू
खाद्य आयुक्त ने बताया कि अब तक प्रदेश में 3.78 लाख किसानों द्वारा गेहूं विक्रय हेतु पंजीकरण करा लिया गया है. विभिन्न जनपदों में 5255 किसानों से 29529.68 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गयी है. चौहान ने बताया कि इस वर्ष गेहूं की खरीद इलेक्ट्राॅनिक प्वांइट ऑफ परचेज डिवाइस के माध्यम से करायी जाएगी. मशीन पर किसानों का अगूंठा लगाकर आधार प्रमाणीकरण व सत्यापन कराते हुए सरकारी क्रय केन्द्रों पर गेहूं की खरीद की जायेगी. प्रदेश में विभिन्न जनपदों में ई-पाॅस मशीन उपलब्ध करायी जा रही है.
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किसानों को तुरंत मिल रही रसीद
मुरादाबाद के विपणन शाखा क्रय केन्द्र कुन्दरकी पर कृषक शाकिर का 28 कुंंतल गेहूं ई-पाॅस डिवाइस पर आधार प्रमाणीकरण के माध्यम से कराते हुये गेहूं की खरीद सफलतापूर्वक सम्पन्न करायी गयी. अब तक प्रदेश के बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, आगरा आदि में ई-पाॅस मशीन के माध्यम से खरीद शुरू हो गई है. खाद्य आयुक्त ने बताया कि ई-पाॅस मशीन पर खरीद प्रक्रिया सम्पन्न होते ही गेहूं के मूल्य की प्रिन्टेड रसीद तत्काल मौके पर ही कृषक को प्राप्त हो रही है.