लखनऊ: पुरानी पेंशन बहाली की मांग (Railway employees strike over old pension) को लेकर हड़ताल करने के लिए रेल कर्मचारी 21 और 22 नवंबर को मतदान का इस्तेमाल करेंगे. यह मतदान कोई विधानसभा चुनाव या लोकसभा चुनाव के लिए न होकर अपनी पेंशन सुविधा बहाल करने को लेकर किया जा रहा है. मंगलवार को लखनऊ में जॉइंट फोरम फॉर रेस्टोरेशन और नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन के बुलावे पर आयोजित मतदान कार्यक्रम में उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर बड़ी संख्या में रेल कर्मचारियों ने हिस्सा लिया.
नॉर्दर्न रेलवे मेंस यूनियन के मंडल मंत्री कामरेड आरके पांडेय ने बताया कि मतगणना बुधवार शाम 5:30 बजे चारबाग यूनियन भवन पर की जाएगी. इसके परिणाम भी मतगणना के तुरंत बाद जारी कर दिए जाएंगे. अगर 50% से अधिक कर्मचारी हड़ताल के पक्ष में अपना मत प्रकट करते हैं तो यूनियन के महामंत्री कामरेड शिव गोपाल मिश्रा के नेतृत्व में महाप्रबंधक उत्तर रेलवे नई दिल्ली को आगामी दिनों में हड़ताल का नोटिस दिया जाएगा.
मंगलवार को लखनऊ स्टेशन पर मुख्य रूप से चारबाग स्टेशन डीजल शेड, लोको कारखाना, कैरिज कारखाना, मंडलीय चिकित्सालय, सहायक मंडल इंजीनियर कार्यालय, मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय पर बड़ी संख्या में रेल कर्मचारियों ने इस मतदान में भाग लिया.
पिछले काफी समय से रेलवे के कर्मचारी पेंशन बहाली की मांग कर रहे हैं. इसके लिए रैली निकाली जा चुकी है, जनसभाएं की जा चुकी हैं, कैंडल मार्च भी निकाला जा चुका है और सम्मेलन भी किया जा चुका है, लेकिन अभी तक सरकार पर इसका असर नहीं पड़ा है. सरकार नई पेंशन स्कीम पर अड़ी हुई है जबकि कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहे हैं.
रेलवे यूनियन के नेताओं का कहना है कि कई राज्यों ने पुरानी पेंशन बहाल कर दी है, लेकिन अभी कई राज्य ऐसे हैं जहां पर पुरानी पेंशन बहाली नहीं हुई है. राज्य सरकारों के साथ ही केंद्र सरकार को पुरानी पेंशन बहाली करनी ही पड़ेगी. अब रेल कर्मी मतदान का परिणाम आने के बाद हड़ताल से भी पीछे नहीं हटेंगे.
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