लखनऊ: केजीएमयू के लारी कार्डियोलॉजी में मरीज की मौत के बाद परिजन डॉक्टर के साथ मारपीट पर उतारू हो गए. डॉक्टरों को जान से मारने की धमकी भी दी. इस दौरान आईसीयू में करीब तीन सुरक्षाकर्मी भी मौजूद थे, लेकिन वार्ड बॉय मिलकर डॉक्टरों की बचाया. हालांकि मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत किया.
क्या है पूरा मामला
- लारी कार्डियोलॉजी में दोपहर करीब साढ़े तीन बजे अब्दुल्लाह नाम के मरीज को लाया गया.
- डॉक्टर ने मरीज की हालत गंभीर देखने पर उसे आईसीयू में भर्ती किया.
- आईसीयू में भी डॉक्टर द्वारा प्राथमिकता पर सबसे पहले ईसीजी की जांच की गई.
- डॉक्टर का कहना है कि मरीज अस्पताल में जब लाया गया तब मृत हालत में था.
- इसके बाद परिजनों ने डॉक्टर से मारपीट शुरू कर दी और जान से मारने की धमकी दी.
- परिजनों ने आईसीयू के गेट को तोड़ दिया, उसके बाद पूरे आईसीयू में उन्होंने तोड़फोड़ शुरू कर दी.
- हिंसा के समय सुरक्षा बल के तीन सिपाही आईसीयू में तैनात थे, लेकिन वह परिजनों को रोकने में सक्षम नहीं रहे.
- इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस बल ने व्यवस्था को किसी तरह नियंत्रित किया.
- हिंसा के दौरान लारी कार्डियोलॉजी की आईसीयू बाधित रही.
परिजनों ने तीन डॉक्टर को जान से मारने की कोशिश की. पुलिस मौजूद थी, लेकिन उन्होंने मामले में कोई मदद नहीं की. गार्ड और कर्मचारियों ने तीनों डॉक्टरों को बचाया. आईसीयू का दरवाजा तोड़ दिया. ऐसा मामला एक महीने के अंदर दो बार हो गया. पुलिस के रहने के बावजूद भी यह सब हो रहा है.
डॉ. अक्षय प्रधान, प्रवक्ता, लारी कार्डियोलॉजी, केजीएमयूदोपहर एक मरीज को लाया गया, वह मृत हालत में था. मरीज के साथ 15-20 लोग थे. लोगों को जब यह बात पता चली तो उन्होंने डॉक्टर को धमकाया और जान से मारेने की धमकी दी.
डॉ. आरएएस कुशवाहा, चीफ प्रॉक्टर, केजीएमयू