कानपुर (उत्तर प्रदेश) : उप्र क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) की चयन प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी है. यह एक नॉन प्रॉफिट कंपनी है. जो सेक्शन-8 के अंतर्गत पंजीकृत है. यूपीसीए की ओर से जो गतिविधियां होती हैं वह बीसीसीआई की अनुमति के बाद ही होती हैं. यूपीसीए का मुख्य उद्देश्य उप्र के क्रिकेटर्स को एक बेस्ट प्लेटफॉर्म मुहैया कराना है, जिससे वह अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन भारतीय टीम, आईपीएल समेत अन्य बड़े प्लेटफार्म पर कर सकें. वहीं, जो यूपीसीए पर तमाम आरोप मढ़ रहे हैं अब उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा, वह भी साक्ष्यों के साथ.
यह बातें कानपुर में वार्ता कर उप्र क्रिकेट एसोसिशएन में मीडिया कमेटी के चेयरमैन डा.संजय कपूर ने कहीं. ईटीवी भारत संवाददाता से बातचीत के दौरान डॉ. संजय कपूर ने योगी सरकार के पूर्व मंत्री का बिना नाम लिए कहा, 'जो आसमान की ओर देखते हुए थूकते हैं वो थूक उनके ही चेहरे पर आकर गिरता है'.
डॉ. संजय कपूर ने कहा कि अपनी नेतागिरी चमकाने के लिए यूपीसीए की छवि को धूमिल किया जा रहा है. इसके साथ ही उन्होंने गंभीर टिप्पणी की और कहा अपने बेटे का चयन नहीं हुआ तो अब संस्था पर आरोपों की बौछार कर दी है.
डॉ. संजय कपूर ने आगे कहा, 'यूपीसीए ने लोढ़ा समिति की सभी सिफारिशों को माना है और कोई टैक्स चोरी नहीं की. बल्कि 140 करोड़ रुपये की राशि बतौर आयकर के रूप में भी जमा की गई है. यह सारे साक्ष्य संस्था के पास हैं'. बता दें कि, लखनऊ के गलियारों में इस बात की चर्चा जोरों पर थी, कि योगी सरकार के पूर्व मंत्री मोहसिन रजा ने यूपीसीए पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
ग्रीनपार्क का नए सिरे से रोडमैप तैयार करा रहे
यूपीसीए की मीडिया कमेटी के चेयरमैन डॉ. संजय कपूर ने कहा, 'हम उप्र सरकार के साथ मिलकर ग्रीनपार्क का नया रोडमैप तैयार करा रहे हैं. इस रोडमैप के बनते ही ग्रीनपार्क की एक नई तस्वीर सभी के सामने होगी. उन्होंने कहा, 'बहुत जल्द कानपुर समेत देश के लाखों क्रिकेटप्रेमियों को अब ग्रीनपार्क में टी20 व वनडे क्रिकेट भी देखने को मिलेगा'.