लखनऊ: ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ कार्यालय में कई कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं. कार्यालय आने वाली आम जनता को कोरोना से बचाव के लिए अधिकारियों ने नियम कानून भी बनाए, लेकिन बुधवार को कोरोना का खौफ छोड़ ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए कार्यालय में यात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी. सैकड़ों की संख्या में उमड़ी आवेदकों की भीड़ के सामने सारे दिशा-निर्देश धरे के धरे रह गए. अधिकारियों की तरफ से तीन शिफ्ट में आवेदकों को बुलाए जाने का जो प्लान बना हुआ है, उसके भी कोई मायने नहीं रह गए. 500 से भी ज्यादा लोग एक साथ आरटीओ कार्यालय पहुंच गए, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग मजाक बनकर रह गया. इतनी भीड़ देखकर अधिकारियों के भी हाथ-पांव फूल गए.
कोरोना के कारण आरटीओ कार्यालय में एक साथ लोगों की भीड़ न उमड़े इसके लिए अधिकारियों ने तीन शिफ्ट बनाई है. इसमें अलग-अलग समय पर लोगों को कार्यालय आने के लिए टाइम स्लॉट्स अलॉट किया गया है. पिछले शनिवार को लाइसेंस का काम न होने के चलते लर्नर लाइसेंस आवेदकों को मंगलवार को तो परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस आवेदकों को बुधवार को आरटीओ कार्यालय बुलाया गया था.
बुधवार को अपने टाइम स्लॉट के मुताबिक आवेदक तो कार्यालय पहुंचे ही, शनिवार वाले भी आवेदक अपना लाइसेंस बनवाने पहुंच गए. इससे संख्या दो से 3 गुना बढ़ गई. लंबी-लंबी लाइनें ड्राइविंग लाइसेंस के लिए लग गईं. सारथी भवन भीड़ से खचाखच भर गया और यहां पर कोरोना से बचाव के सारे नियम किनारे हो गए. सोशल डिस्टेंसिंग के तो कोई मायने ही नहीं रह गए. तमाम लोगों ने अपने चेहरे पर मास्क भी नहीं लगाया था. हालांकि भीड़ के आगे अधिकारी भी बेबस नजर आए. आरटीओ कार्यालय के कर्मचारियों के अनुसार बुधवार को 500 से 600 लोगों की भीड़ आरटीओ कार्यालय पहुंच गई थी, जिससे काफी दिक्कत हो गई.
कार्यालय के अंदर वैसे तो एक बार में 20 से 30 आवेदकों को ही प्रवेश देने की व्यवस्था है, लेकिन अचानक बड़ी संख्या में आवेदकों के आ जाने के चलते यहां पर सारी व्यवस्था चौपट हो गई. कार्यालय के अंदर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. ड्राइविंग लाइसेंस काउंटर पर आवेदकों की भारी भीड़ से कर्मचारी भी परेशान हो गए.