लखनऊ: सीएम योगी गुरुवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक में चर्चा करेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिविल एविएशन के क्षेत्र में प्रदेश को मॉडल बनाने में जुटे हुए हैं. यूपी के अयोध्या, चित्रकूट और सोनभद्र के एयरपोर्ट्स को लेकर गुरुवार को महत्वपूर्ण फैसले होने की उम्मीद है. प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार बनने के बाद से पिछले करीब 3 साल में यूपी को 19 एयरपोर्ट मिले हैं. 2017 के पहले उत्तर प्रदेश में लखनऊ, वाराणसी में ही एयरपोर्ट की सुविधा थी. केवल 25 घरेलू और 12 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की व्यवस्था संचालित होती थी.
51 घरेलू और 12 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की होगी सुविधा
2017 के बाद अब तक कुल 51 घरेलू और 12 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की सुविधा मिल रही है. सिविल एविएशन के क्षेत्र में यूपी ने बेहतर काम करते हुए एक मिसाल पेश की है. पर्यटन और रोजगार के अवसर भी प्राप्त हुए हैं. दुनिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट में यूपी का जेवर एयरपोर्ट भी शामिल हुआ है.
अब तक हुए सिविल एविएशन के क्षेत्र में काम के दौरान गोरखपुर, आगरा, कानपुर, प्रयागराज से भी उड़ान भरने का काम शुरू हुआ है. इसके साथ ही पिछले कई सालों से प्रस्तावित नोएडा इंटरनेशनल ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट तैयार हो रहा है. बरेली एयरपोर्ट भी जल्दी उड़ान भरने के लिए तैयार होने वाला है. आजमगढ़, अलीगढ़, मुरादाबाद, चित्रकूट, सोनभद्र और झांसी के एयरपोर्ट भी तेजी से बन रहे हैं.
गाजीपुर, सहारनपुर व मेरठ एयरपोर्ट का विकास तेजी से किया जा रहा है. अयोध्या, चित्रकूट और सोनभद्र के एयरपोर्ट्स को लेकर गुरुवार को होने वाली केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी के साथ बैठक में महत्वपूर्ण चर्चा होगी. साथ ही उसके लिए आगामी रणनीति भी बनेगी.
पर्यटन की दृष्टि से अयोध्या, चित्रकूट एयरपोर्ट्स को लेकर सरकार तेजी से बड़े फैसले करने वाली है. अयोध्या एयरपोर्ट का नाम भी भगवान श्रीराम के नाम पर रखने का फैसला पिछले दिनों सरकार ने किया था. अब आगे और किस प्रकार से काम किया जाना है, उसको लेकर बैठक में चर्चा की जाएगी.