लखनऊ: जिले में गर्मी की वजह से सब्जियों की आवक कम हो रही है. डिमांड अधिक होने के कारण थोक और फुटकर बाजार में सब्जियों के दाम बढ़ रहे हैं. हालत यह है कि यूपी में सब्जियों के दाम (vegetable price in up) अधिक होने के कारण लोगों को मनमाने दाम चुकाने पड़ रहे हैं. सब्जियों की कीमतों में उछाल की वजह से लोगों की बजट हिल रहा है.
जिले में बड़े पैमाने पर हरी और अन्य सब्जियों की आवक ग्रामीण क्षेत्र से होती है. वहीं जिले के गांव-कस्बों से भी सब्जी की आवक होती है. अच्छी आवक होने पर लोगों को सब्जियां किफायती दाम पर मिल जाती थीं. बेमौसम बारिश के बाद गर्मी का दौर शुरू हो गया है. इसके बाद से लखनऊ में सब्जियों की कीमत (Vegetable price in Lucknow) तेजी से बढ़ रही है.
जो लोग पहले 50 से 100 रुपये के अंदर अपनी जरूरत अनुसार हरी और अन्य सब्जियों की खरीद लेते थे उन्हें अब 130-150 रुपये तक चुकाने पड़ रहे हैं. इसके बाद भी न तो सब्जियां ताजी मिल रही हैं और न ही उनमें स्वाद मिल रहा है. कुछ दिनों पहले तक टमाटर और लौकी 10 रुपये प्रति किलो तक बिक रहे थे. अब इसकी कीमत 15- 20 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है. इसी तरह अन्य सब्जियों के दाम में भी 20 से 30 प्रतिशत तक वृद्धि हो गई है.
मण्डी रेट लिस्ट: वर्तमान में यह चल रहे मंडी के थोक भाव मटर 60 रुपये किलो, करेला 40 रुपये किलो, पालक 18 रुपये किलो, खीरा 8 रुपये किलो, भिंडी 60 रुपये किलो, गाजर 12 रुपये किलो, शिमला मिर्च 20 रुपये किलो, आलू (नया) 8 रुपये किलो, गोभी 10 रुपये पर पीस, टमाटर 18 रुपये किलो, मिर्ची 30 रुपये किलो, प्याज 15 रुपये किलो, लहसुन 70 रुपये किलो, बैंगन (भंटा) 20 रुपये किलो, पत्तागोभी 8 रुपये किलो, सेम 35 रुपये किलो, कद्दू 14 रुपये किलो, लौकी 20 रुपये किलो, परवल 40 रुपये किलो और नींबू 130 रुपये किलो थोक के भाव में बिक रहा है.
सब्जी की पर्याप्त आवक न होने के कारण सब्जियों के दाम (vegetable price update) में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है. सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि सब्जी की आवक जब तक नहीं बढ़ेगी, तब तक कीमतों में कमी नहीं आयेगी.
ये भी पढ़ें- मौलाना तौकीर रजा ने दिया भड़काऊ भाषण, कहा- मुसलमानों अतीक-अशरफ की हत्या का बदला लेना है, तो एक हो जाओ